পাতা:বঙ্গের জাতীয় ইতিহাস (বৈশ্য কাণ্ড, প্রথমাংশ).djvu/৭৪

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- वाभन्न ब्रांडीब्र हैडिशांन tત્તિ જ્ઞા नाय गt७चा बांब्र, ७३ ‘वांनभाजह हैोटमब्र जष्ठानि ‘वान्क' नांरभ बावशब्र *fürstsa 1», भशङब्रजैौग्न ‘भानांभांङ्गठशांभिनैौ' ‘णर्विवांउनश' ‘वढमूख्ग' cनौकांब्र कधी BDD DD D BBB DBB BD DBBD D DD DDBBS DDD DDS मरए । ब्रांगांग्नc१ ‘शून्नकषांहनब्र' कष अप्नएक३ गार्ट कब्रिग्रांcश्न । उशबांन् ब्रांमध्ठा नका१, नैौड1 ७ बांमब्रटेनछ जमजिदTांश८ग्न ८णहे शून्कब्रtथं छक्लिग्नां इबूब्र णका ह३८ड अट्वाशांग्न आनिग्नाशिानन ; डांश विभांन वा ६वशद्रन बांन ৰলিয়া পরিচিত । ১৯ স্বপ্রাচীন পুষ্পকযানকে অনেকে কৰিকল্পনা বলিয়া মনে निय, झिश्च ध्रुवां।cofह्म वशान etक्षाम घनश्i८ण air-ship यां 'वशंझण षाम প্রচলিত হওয়ায় পুষ্পকের বর্ণনাকে জায় এখন কবিকল্পনা বলিয়া মনে হইবে না। বিশ্বকৰ্ম্মার রচিত শিল্পশাস্ত্রে পুপকনিৰ্ম্মাণের প্রসঙ্গ আছে, তদনুসারে বিশ্বকৰ্ম্মাই এই বান প্রথম নিৰ্ম্মাণ করেন, উহা বাষ্পৰোগে চালিত, অবিচ্ছেদগতিযুক্ত, বায়ুৰৎ কামগামী ও নানা উপকরণযুক্ত · মহাভারতে শাল্ব নৃপতির ?वशग्रन बांtनग्न खेtब्रथ जांtझ् । विश्वकर्मीब्र निल्लनशश्डिाग्न निषिऊ श्रांtइ cष इकिवरrअब नहिउ देवब्रजांनिवकनई भाष ‘डरमांशांभ' ‘कांमश' बन *खड (St) Chinese Junk. (४०) *च[क्ट्झांश् खयं विशिष्वषिषनिश्रेषम् ॥ ७४ जाकमांदा॥ ६शत्रशै९ णखमांनां* बनविनीम् । नद्रप्लन गए बॉब बिजाप्डन षष्ठश्रज़ा ॥ ०२ खड: न श्१ नििश्ा१ शंौरः शश् बांनरैश्वः । । चांक्ररब्रांश् मून दूङ गांबांछाक बिडौद१ः ॥ १० তোরচেষ্ণু সৰ্ব্বেষু কেীবেরং পরমাসনম্। ब्रांकरनाछाइलच्द्र६भगांक विशsगम् ॥” ** o, . बांबांझन गकांक७ ४२० जशांब ।। (०१) “बांश्चयांश्*ङ्ग४च निं छश्च रिरिंशच्चमः । । - নামোপকয়গৈযুক্তং ভাবৰ গুপৰ বিষ্ণু।” – „` . * * , - শিল্পসংহিতা ১৮ অধ্যায় । ,