পাতা:প্রবাসী (ঊনত্রিংশ ভাগ, দ্বিতীয় খণ্ড).djvu/১৮২

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पउँटानांष कांप्नब्र cनवशांज हांeछ भूष्णब्र पृथ) $िब्राहांग्रौ कब्रिसांब्र खछ “शठौठानांथ हुठिछ७iब्र" बांटभ sक*ि छ७iब्र cथांण हिब्र ह३ब्रां८इ । बैबूडर्भ वांनडौ cषरी अऐ यखांब কংগ্রেসের পক্ষ হইতে সাধারণের সমক্ষে উপস্থিত করিয়াছেন। नो.s ठाशीब्र चांप्बश्नकि डेछ,ठ कब्रिग्नt विप्ङहि ।

  • बाङ्ग्लविद्र cददौभूरण गडौटानांष वाप्नब्र महान जांब्रांवकांप्नद्र करण छांब्रहङइ नदर्पज ●कbों अथक्त कूडलङtब्र छांव छtशंड हड़ेब्र खैठिंब्रां८रू । वटङाक छांब्रद्धबां★ी थांब अटन कब्रिटड८ख्न ८ग, जांच्चमांड1 शै८ब्रव्र शंबिज हूछिड़ ●छि नन्द्यांन &यझर्वzबब्र निबिख बक्ञिcच ॐांशांब्र बषांरषांचा वृद्धि यष्ठिछे कब्र डक्लिष्ठ । अष्टइटकरछ ‘निषिण खांब्रड शठोटाबांथ कूडिछां७ॉब्र' बांटम 4काँ* छtखांब c९ांज1 हिब्र हैitछ ●द९ aहे कारईjब्र छोब्रजाइन कब्रिकांब्र निधिख चडिनिश्-ि भूलक अकs विषिण छांब्रडौब्र कर्शिन बिबूङ कब्र इश्ब्रांtइ ।

वर्डौठानांtशंब्र कृछि छिंब्रहांझैौ कब्रिवांइ छछ जबTांबा विषटक्कब्र अtष] निब्रणिधिष्ठ बावहांeणि चवणचन कब्र! हरॅरव हिब्र हरेब्रांtइ : ( * ) श्वचांबषांdè-cषझांटन दहीछबाटशङ्ग =*क जषकांब्र श्रेब्रांटक, ऊषांब अकड़ कूडियन्चिब्र निर्वt१ ॥ ( ३ ) कणिकांठांब्र cकांब *क बफ़ गांtर्क वडीछबांरधब्र चर्षांतब्रव चषक नूनीवब्रव गईद्र बूर्डिं व्यउिटै । ( s ) जांtहांtब d१कै हखिभचिब्र नं#व । (७) *षैrtख *ब्लिमां* जर्ष जरैब्रां ॐङ्गण 4क5 भविद्धि थठिé कब्रl, cष गबिछि क७कसजि कन्हीँहक विकिफ करिबन अष१अखिणोजन” कश्रितन ॥ ५३ नव कर्की रिचिन्न कर्करकरज पाकिw बाफ़्शविद्र cगवांब जांच्च-निtइtत्र कब्रिटबब ॥ जकल गिक हरे८छ छांबद्दछब्र अव ३● अक्टक ब्रिटभछिटङ प्टेम्लीङ कबिषोत्र ७एक्रप्टक्क बड़े नविछिप्न कु ठ९णब्रड अबूख हडेटव । cनल cनदाब छछ नांत्री कन्द्रौनिनरक चिकिठ DDD DBBB DDDD DDDD LLLLS DDBBS ggD DD DDDD DDS मभिठिब्र जांबछकडाँ छांब्रह्छ, क्रिकवडां८ब बांबांजॉरषtवं जडाख३ जषिक । बाबाजांटनzन थांब नपीड● शूनtब्र गांtéछन्-अक्-शेखिब्रां BBY DDD DDDDD DBBGGSDDSYSBBB BBB মত কোন সমিত্তির গর্ব করিতে করিতে পারে না। এই স্মৃতি खां७itब्रब्र जब बडङ६ छूर जच छैांक चांबछक इऎ८ष ॥ भै छैांकांब्र छिछब्र हरे८ड जानांब ७० हांजांब्र छैांक वथम ठिनह्ने विव८ब्रब्र छना बाब्र कब्र इहेtर, वगै केांक छङ्कर्ष क्विन्नद्रि बना थर्षीं९ गूर्ध्नांड जजिठि &थeि♚ांच्च छना बाघ्र कब्र! हरेटर ॥ बिषिण छांब्रड वडौछबांषं चांगू ग्रूडिलांखां८ङ्ग छैषांङ्ग हप्लू जर्षनाहांश कबिब्रा कॉर्षकब्रछांटर वहांम् चांच्चनांठांब्र यछि अक अव१ कृठछाठा यजनtवब्र निविख जांभद्र! थांबांरक्ब्र cननंदांनीब्र निकs aवांर्षगाँ कब्रिहडfहे ! { चांकडू) वानडी cक्रीौ c●निरछ* ७क३ ¢कांबोषाच ‘बिषिण छांबद्ध दउँौटानांष कांग ऋछि छां७iब्र' जांकिण- **७न१ सहवांबांब्रीछे कलिकांडाँ ●डवाडौठ अठ २अनं cनान्छेचब जनब्रtङ्ग * प*िकांब नवद्र बैदूङ ६छीषष्ठख राइब्र गछां★ीडिtस्य वर्णेौघ्र बांटननिंक ब्रtझेन्न जबिछिङ्ग कॉर्षकड़ी नखांब ●कै चषिरवचंब इब्र ॥ ●रे चक्टिवचट्टब बडौखमांष