পাতা:ইংরেজের জয় বা আরকট অবরোধ ও পলাশী.pdf/৯৯

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Vァペ2 ইংরেজের জয় । একখানি প্রামাণ্য ইতিহাস। “মুতাক্ষরীণ” বলিয়াছেন,-“দুর্গ অধিকারের পর লুঠতরাজ হইয়াছিল। কতকগুলি ইংরেজ বন্দীকৃত হয় । কতকগুলি বিবি মীরজাফরের অনুগত অনুচর মীরজ আমীর বেগের হস্তগত হয় । মীরজা বেগ প্রভুর অনুমতি লইয়া তাহাদিগকে জাহাজে পৌছিয়া দিয়া আসেন। ২৫ এই মুতাক্ষরীণ গ্রন্থে সিরাজদ্দৌলার DDY DDD DDD DDD DDBDDDD DDD DDDD DDDDD सवर हीर अलग हो गया ; और वाकि मांदा जबतक बारुद गीखा रहा लड़ते रहे । आखिरकी बाजे मारे गये, और बाजे पकड़े आये ; और बड़ा माल और जिनरी नफीस कम्पनिये अङ्गरेज और दीगर सौदागरे हिन्द और डूङ्गलिस्तान और आरसन वगैरह की कोटियोंसे, लशकरके. लुचोंने लूट लिया। वह हाल २२ वीं तारीख रमजान के, सन ११६* हिजरी में दो महीने बड़े दिन बाद महाबत जग के मरनेसे वाके हुआ । मिटर वाटस् वगैरह (जी काशिम बाजारके कोठीमें थे ) जिन्दा कैद हुये ; और कई औरतें इङ्गलिस्तानी, मिरजा अमीर बैग के ( जो कि रफीक मत्झ्ग्मद जाकर खां का था) हाथ आधी ; लेकिन मिरजाय मजकूरने कनाल अमानत और दयानत से मीर महम्मद जाकर रखां की खबर करी, पोशीदा सिराजुद्दौलासे, उनकी मिटर डिरेगके जहाज पर, जी लशकर से दश बारह कीर था पहु'चा दी ; और कलकत्ते की वेरानी के बाद मानिकचन्दकी, जी दौवान था, राजा वईमानका पांच हजार सवार आठ नी हजार पेयासे से, कलकत्ते में छोड़ कर सिराजुद्दौला आप सुरशिदाबाद ( अपने दारुल अमारत ) की चला आया । खुलसाय तवारीख सियारुल सुता স্বন্ত্রিৰী ।