পাতা:কাদম্বরী (হরিদাস সিদ্ধান্তবাগীশ).pdf/৬৩৪

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कथायां चन्द्रापोडदर्शने कादम्वय्या भावावेश । दै३टै. ༤༥ (ठ) । विकचकुवलयदामदोघया च दृष्ट्या निपीत इव कपोलतले समलच्यत (ड) । सर्वासामेव च तदा तासां कन्धकाना तिर्थक पश्यन्तीना त कुतूहलादपाङ्गचुम्बिन्धी निर्गन्तुकामा इव (१) कणपूरमधुकरे सम बश्वसुस्तरलास्तारका (ढ) । कादम्बरो तु सविभ्रमछात-प्रतिप्रणामा (२) महाण्ड तया सह पर्यवद्वे निषसाद (ण) । ससन्ध्रुम परिजनीपनौतायाच्च (३) शयनशिरोभागनिवेशिताया धवलाशकप्रच्छ्दपटायां हैमपादाद्धिताया (४) पीठिकाया चन्द्रापीड समुपाविशत् (त) । ہمدم ہ--- مجسمہ.م... سمیمہ .می. ہمبستہ ہتیہ یہ پتہ میری ہیی تها۔ تحصہ (ठ) दशनेति । दशनाय च द्रापौडखवावलोकनाय थतिरभसमतिदुत प्रधावितेन द्वदयेन गत्वा थाभौत इव चन्द्रापीड़ कादण्वय्यां स्तनाभ्यन्तरे सखौभि समदृश्झत । क्रियोत्प्रधा । (ड) विकवति । विकचकुवखयदामवत् प्रशाटितनौलोत्पलमालाबत् दौघ या अनवरकटाचपातादिति भाव दृश्या निपौती निगौण इव चन्द्रापौड़ कादम्बय्यां कपोखतले । क्रियीन्प्रधा । (ढ) सर्वासामिति । कुतूहलात चन्द्रापौड तिर्यक परझन्तौनां सर्वासामेव तासां कन्वकानाम् अपाइ चुग्विची नयनप्रान्तवतिन्य तरलाषचखातारका निगैन्तुकामा इव सत्य कण पूरमधुकरौ सम कर्षाभरची भूतपुष्पगतधमरै सभ् बश्वमु । अब गुपीत्मै दासङ्गीनधीरङ्गाद्विभावेन सद्भर । (ण) कादम्वरौति । सविधम सविखासं छत प्रतिप्रणामषन्द्रापौडाय प्रतिनमस्कारी यया सा । (त) ससेति । किच चन्द्रापैौड ससन्ध म सत्वर परिजनेन उपनौतायामुपख्यापितायाम् अयनख गय्याया थिरोभागै निवयितायाम् धवखशिकमेव प्रचछदपट थाक्षरणवस्त्र यस्याक्षस्याम् छैमपार्दै खण निर्मितपाद रडितायाँ पौठिकायां छद्रपौठे समुपाविशत् । نیمه-سی تیم مس - ۰ص ها চরণাঙ্গুষ্ঠত্বাবা একটু একটু করিয়া ভূতল কর্ষণ করিতেছিলেন তাহাতে মণিময় নূপুর বাজিতে ছিল , সুতরা বোধ হইতেছিল যে সেই চরণাঙ্গুষ্ঠকর্তৃক আহত হইয়াই যেন চন্দ্রাপীড় তাহার চরণের নখসমূহে পতিত হইয়াছেন। (ঠ) কাদম্বরীর হৃদয় চন্দ্রাপীড়কে দেখিবার জন্ত অ তদ্রুত যাইয় তাহাকে যেন আনয়ন করিল তাই বাদম্বরীর স্তনযুগলের ভিতরে চন্দ্রপীড়ক দেখ ৰাইতে লাগিল (ড) এবং প্রস্ফুটিত নীলোৎপলমালার স্তায় সুদীর্ঘ কাদম্বরীর নয়নযুগল চন্দ্রপীড়কে যেন পান করিল , সুতরা তিনি কাদম্বরীর কপোলমগুলেও দৃষ্টিগোচর হইতে লাগিলেন। (চ) আর তখন সমস্ত কন্ত গণই কৌতুকব (ত চন্দ্রপীড়কে বক্রবৃষ্টিতে দর্শন করিতেছিল তাই তাহদের চঞ্চল নয়নতারা, প্রান্তভাগে যাইয়া নির্গত হইতে ইচ্ছা করিয়াই যেন কৰ্ণ ভরণ কুমুমের ভ্রমরগণের সহিত ঘুবিতে লাগিল। (৭) কাদম্বরীও নানাবিধ বিলাসের সঠিত চন্দ্রাপীড়কে নমস্কার করিয়া মহাশ্বেতার সহিত পর্যাঙ্কের উপরে যাইয়া উপবেশন করিল। (ত) এদিকে কোন পরিচারিক তাড় তাড়ি একখানি ক্ষুদ্র পীঠ আনিয় কাদম্বরীর শখ্যার শিয়রের দিকে সংস্থাপন করিল, তাহার tDt DDDD gBBB BBBB BB BB BB BB BBB BttgB BBBB BBS --- سس-----------سسهم مسمت سسسسسسسس سسسس--سم (१) चपाद्वपुग्विन्वा इण्या निगैन्शुकाना इव । (१) झतप्रणामा । (२) ससक मपरिजनोपनौतावाच। (s) थब विविधरबप्रभाभासितावानिति इचित् पाठ ।