পাতা:প্রবাসী (ঊনত্রিংশ ভাগ, দ্বিতীয় খণ্ড).djvu/৪২২

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♚जब्रांझे विशTां*$ అగిet जर्ष, cणांटक जकद्र कब्रिटङ गांब्रिटन वाच्च कब्रिटख श्व कप्त वा । এভজোশে गैज्रच ●कनवटा वह विकृङ हरेब्रॉहिज । उदनए कौन ८ष अकूर्द्वांटन नदिख जर्ष वाग्न हच्च tन जकूर्द्दांव ●चछणव कब्रिटछ बिकष्टदे चाँडवॆिक कॉर्बेटनंब खुक्रखञ्च ●खांव जीवछक हाँदेब्रॉर्हेिण ॥ कांब्रचं उडि, cनांक, cबांह, cयह * *ष९ वॉशिक कांग्लान, श्रृंखेिडधरतंब्र थांविनंछा “बखटकतेज़ जबांटख जडाख इङद्वां९ वृद्दछद्र बांकनिष्ठवांब जबछ कर्डदा जबू*ांन हरेकांच्च ॐ छेछब्रदिष कांब्रटनंब्र बलोष हव्र बोरै ॥ |

भरनंद्र जबूकब्बन कब्रांड बछाड चांखांषिक इदैन्नांणि ॥००० 瞬 बांहीं हडेक वृउटकब्र आखनिखदांग कई थर्वांछीब अष,-णनांछन. अष बप्र. ऐह जबांद्रांप्न३ बूक वांरेरङ गांदब्र । (छांब्रङवर्ष, चयंशद१ s०७७) ॐवंव्वंथञ्च ब्रांश গুজরাট বিদ্যাপীঠ ঐৰােগেশচন্দ্র পাল ८थबभशंविशांगाबद्र इॉछ हद्देण । द्वैिरू हऐन, बांबtनांनौ निद्र! cनथानकांच्च रुगंज cनथिब ७बर सबब्रॉ दिनानैौ? cष caययशबिनTांणदबब्र भड uकई शोभा कर्त्री टेडब्बाब्र করিবার ক্লাস খুলিয়াছে তাহা দেখিব, গ্রাম-সংগঠন সম্বন্ধে জাজ কয় বৎসর ধাৰৎ ধিনি এত কথা বলিতেছেন সেই भझांच्च नांकौ८क cनषिदांब्र जछ भशांकांब्र जयब्रभडी-चांडवंcय किइनि षांकिब। ७३ Gएकश्च नश्वा इशः इजिप्रू সঙ্গে করিয়া রওনা হইলাম সবরমতীর উদেশে। প্রিন্সিপাল সাহেব জাগেই বলিয়াছিলেন, আগে না cगंzण धझांच्चांचौब्र ग८क कथा बलिदांब्र प्रविष श्हे८य नां, কেননা ১১ই জুন তিনি আলমোড়া চলিয়া ৰাইবেন। चांथंcभ चानिब vहे छून प्रशंझार्थौब्र गश्ङि शाभসংগঠন সম্বন্ধে অনেকক্ষণ আলাপ হয় । তিনি গ্রাম-সংগঠন गशरक बलिटलन cष, ॐांशंब यांशु-नरण*टनब्र कष च्षांज ভারতবাসীর নিকট প্রতিমাপূজা হইয়া দাড়াইয়াছে। অনেকেই গ্রাম-সংগঠন সম্বন্ধে অনেক কথা বলে, অনেকে আবার বড় বড় তালিকাও প্রচার করে, কিন্তু গ্রামে গিয়া কেহ কাজ করিতে রাজি হয় না। লোকে যেমন প্রতিম भूजां करब्र cङषनि योष-गरज*नरक अठियांब्र भङ कब्रिञ्चा দেখিতে শিখিয়াছে। প্রকৃতপক্ষে কেহ ইহাকে কাজের यtश क्रण शि८ड नां८ब्रन नाहे । शांव-नरश्रर्टन रूब्रिटड इहेरण छहे थांटनंब्र नब्रह । यां८१ब्र बब्रह णहेब cद কৰ্শ্বক্ষেত্রে না নামিবে, যে গ্রামের ভাই-বোনদের ছুঃখকটকে না বুঝিৰে তাহার পক্ষে কাজ করা খুৰ সহজ নছে । &ांभ-नरगठन कि छां८व चांब्रड कब्र शांब uब६ देशग्न জনা কৰ্ম্মীদের শিক্ষার জাৰগুৰুত আছে কিনা জিজ্ঞাসা করিলে তিনি বলিলেন যে, কৰ্ম্মীদের শিক্ষার আবশুকতা আছে নিশ্চয়ই, কিন্তু ৰেখানে প্রাণের দরজ জাছে সেখানে. শিক্ষার তত আবিস্তক হয় না। কৰ্ম্মক্ষেত্রে নামিলেই उांशब्र गयख बांषांविग्न पूब श्या बाब्र। १कब्रहक ভিত্তি করিয়া গ্রামে কাজ আরম্ভ করিতে হইবে। बज़नषक शनि अभिउनिटक चांशैन कब्र बाब, डांश इहे८ण श्रनTांना कांब शै८ब्र शैौ८ब्र गझ्छ हद्देब्रा चानिटरु । খন্দরের কাজের সঙ্গে সঙ্গে গ্রামের শিক্ষণ, প্রাপ্তবয়স্কদেরfwi (Adult education ), aru, ntxtfsw mrotta, কৃষি প্রভৃতি বিষয়গুলিকে বাদ দিলে চলিবে না। बिछां★ौ८ॐ cष कन्यौ 8ज्ब्रां८ब्रब्र छनT ५कछि बिछांग्रं । খোলা হুইয়াছে ঐ বিভাগের সমস্ত ভারই প্রায় পারিখ छहे-७ग्न झाँह७ च°f१ कब्र हऐबाटष् । शांब्रिश डाँहे जानक निन बांब्रटनांणैौ८ड यांध-नरश*ानब्र कांछ করিয়াছেন। তারপর গত ৰায়ঙ্গোলী কমিশনের সময় डिनि ७ भश८षय cशश्चाहें छांदे ८णां८कब्र श्रृंच इहेष्ठ कविनंनष्क नहॉब्रङ कब्रिबांटाइन । ॐांशांzनब्र गशब्लडांब्र কমিশন অনেক সাচ্চা সংবাদ সংগ্ৰহ করিতে সমর্থ