পাতা:প্রবাসী (ঊনত্রিংশ ভাগ, প্রথম খণ্ড).djvu/২১৩

উইকিসংকলন থেকে
এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।

אוג אא אדוdth-f ২৯৭ভা, ৬

  • 研阿 *: 6 घांशूरगिाना तर्हिौाम् नःि क्षितौ १ हेझिणतः षष्ा ता; गिरह सनिौषउिशृताशता शरणैनिकास् शूएा शष्ट रंस् ि९ स् ि(*** ति। ि (तषिांशलि विशगा निि, नःि किं १ दिनैः। अश्र श्रेष्ठ फ़ि कॉ९ न, शैत्र ९ रौशश्नाः শৌর্যে ছাড়ারীর সন্মান, দেহ ও গ্রাণের নিরাপা घरा १? ७१ झोल घाँ िर्ऐिअरे रे। हिङ् षाशालं नःि ौि झलि (रुरारःि ५ौि हितः। जरेष्ठ रांश रुन झ, एांशं श्रेन षशिनौन निर्ज निनाशा प्रदर्शरे निर्सीन करि।dरे( श षांश्शनिरु #िीज़ षरक्षांशगंगा कि ऐश्ठि कनि, एांश छांद्गण्षारी (कन (कॉन घईल; धक्प्लांट्स भूश्छ्ि घििस् (अिस्त्रा झिँ षष्ट्रस् शन्न श्रेष्%ा। क्रुि षामक शश षाशः dरेष्ठ१ शत्र श्रेंझ, (, कंरिक अंदा अंर्त रुज्रुति अंग्जै शक्लिन् एना लिं ५ल्), (, टॆरि (, ऎऴु हे धरश्न ७शः शृण राशि लशेठ रगिल ऍशाह निर्सीन वाशांश ौिठ शेष।" -

আজিনি, দেশের স্বাধীনতার উপায়ং নারীক্ষার সামর্থ নির্ভর করে। কিন্তু আমার বক্তব্য বিশ বধিবার झुम्न शुरु श्रा रा%ा उप्रेष्ठ१ िि। কলিকাতার শৃঙ্গ মোর {नि &ठितौ न। १ीस् हैसूरु शैिक्षाशास्त्र (गनgशु गर्सनस्कृि१ कशिक्षांशंद्र (शब्द निलैष्ठेि श्tइन। dरे शंtरीज़ छछ ऍशं (शंशृण्षांश्। ििरेग्भूिर्लdरे शंक्रशिक्ष रतिा षष्ठिश९ ए१ो वह्।ि (ग्रे षड्विं गतिालिनिषणैषितः। ब*४१ १शिंद्र रु७ि ११{ श्रेरन, dर छैशत् षति निशश् छ्रप्र:ि (ं नः श्रैराश्रितः। षंगतः ,ि हे षी {ी। सा षाज् शुन করিড়েছি না। § সেচনের ব্যবস্থার কারণ छां#एराई जानक एवं क्लशिक्ष वग (गानद्ग-वत्र জাননী বুলি খাল আছে। বাংলাদেশে সোণখান नॉरें। घश कि५-१ घण-6ग:नाशिनश याॉक्षत्र षष्,ि५तः शशंषि नििश ऐतःि शांतःि १ ংলহি৷ বাংলাদেশে মেখেলখন কায় নাই, अंश का चाँझ % करुि गिरस्थि।ि रात्र७ शिक्षप्लेफ़ी १९ ऐज़ो पून श्रेष्ठ गष्ठरन नरे। क्रुि षांशंह 6 तांबिा, षष्ठ dरे श िितरेणाकस शश। शहूरजत" श। uँश्च लशेन १ीह श्नन सनिता तिष्ठ तािं बगकानरराकरिश का श्रेश्। हूिशन ऐप्ले शक्तैिज्ञा। श्रेको िक का कप्ति हूिना रं५ हि ५त् दूर झुरा श? श्रेर। शशः क्व १ज्ञप्ति गरे। शिा शरशिरु বার্গাউংগান উগান্ধী বাইরে। ষ্টে কার্গ লিডেন্ট গ্রি ইন্ধে কাপড় নি। ভাতা रिशैरपि। झाशी (क्वांशान शहीं रे-भर रु५ ति हेएशक पूर्मिठ ९ शिकोशन 4१श বরিান। তিনি দ্বান না, ংে ইন্ধে স্থিা निरिी रश्शूं षशतानि शंका क्षनिहि,ं, উা উংঃ বাৰ্গা-উংগানা উপায়ী; এইজন্ম উছেলে বলে কৌশলে অধিকার বলিছিল। সে ॐीतः ५ १छाशैश्र्ली रुतःि। छन{फ्ना सिरएरु (क्रा ( अफ्रिान्तारै घांश्रु, उशनार्, षाए९ाहकां★। ग़ाज़ ऐट्रेलिश् ऎरेगतः शल द्रांक्षीशेन निर्झ १ा हि नि शागतिं श्रधरः इति ऐस् िहरेर। शश गश रुषीं; स्कृि११९ शंfगए बब्रिारन। श्ञांt शंशंज् हेएाव बठिन ज्ञांउ नारे, ईएतष्ठ रा}ि {स्म एीह रुतििन} ডাকাণ্ডুল কলিন ७१३९ छुजै शरश्रु गर्छा (अिहेकी ै ७ %, र १... शंश रे | रुरि अपार ऐशरि रेशि, रिह शश बार हरेतांश्। ७ष्ट्रशंए परे,(१,७ांशश् २(शं १• शक पैतावत् कशित। तेिज़ tशोकॉर्ष४१iश कैग्नि