পাতা:প্রবাসী (ঊনত্রিংশ ভাগ, প্রথম খণ্ড).djvu/৭০

উইকিসংকলন থেকে
এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।

§భ్ * * * § ौि 'ली,ं गागा गा ...। ... ...म रुन्त िलंक गिल्न सि, ललिो । त्रिr

  • शीर्त दूर गरी (क गणगणारे झाश * घरजग्रा एा शारी | wीन स्नि शंगगै भान भिषा गद्र क्ष गिन। आशा झन्न(स्तन क्षेत्। रारास्ि शांगि, घाइन ऐन शंगछि छोशास fषा श्रेण् शिा कतिारे रि। गझना १अशक्ष रेल हरे(शन षोw (iग। सएांश शरीर शंशाः , स्पषां क्षा न। घासत इबार इशारा भू१ ' ति शशां णि शैरनतः १ु शं हरं १ ऎाए शिक्षा स५| रगिा गिन। शांत शांत शंगशैशूका सिक्काि प्ले, ग्रूज गैहा शशा गि शस् गरे। गाना (ग। १शा श ो क्लिा रा, “सा (स्पा िफ्रा ः dरै पात्र राज्रगd रांश, परेशा शिका शिगा "

हिस् अशारे बाए गताः शश tशा पूोग्रनििष्क्षे। शाणिार्शि र िग १३ण(सनानि छांशंशा ॥ (** श्रेष्ठ ब। अर कान्तिा फ्रां प्रित क्लि गिर अिी सिन्। भानि श्रेणuएक्{{णौtiारे ऐौए, "&ा झाँझौी, गलांग (ग्न चांश िाशन गिरेो शंण् श् चर िकtा कश् ग्रंश विा कशि? नौाि झु, रेल क्षे भक्रिा गिभे(झा' शा भो॥ ५ ९ शतगै शहरे बारेष। चांग क्ढ़ि छांशंtा (सांनी कशा हंगनरे। अत्र बाग् ग् ,ि िि, बाजिरेगिर अंो भाशा (श्र, वा झ गिर गिर शिागिरेशा। पुँो;१रा पिरे गर्यौ, गँशि इम", ो झारौँ शत्व गति, ... ' शी, छि श्रेन भ। गान (ना का अंश W निुर्गृशानि कानि {प्ोषं तत्कािरिकाः mw भरत नक्ष-ििग् भा•रण शिक्पनि कि कांशि प्लांक्षिा ऋग्न झम्न प्रशांत बान गिणील। भाद् प्रिसपाश्गंगा शृत शिनि परि शन नि (तित ौि। पििन। पिश् र झू अंश ग,ि सिन (गणांशी शंशज हरेर। शूर निरo tस्थान कiिा ? (छा (ग्गऐौो 6 ,ि', शंशास रन्ि चांश् िविा कईस ब्र।” आशछि श्रृंगिन्,"(शरुि कश्म९श, झरे।" ( . ) (श गणा िबांशांत जांtर्शन शठरे कििणशर गिाशश्न, शंगजेौशनात् सिराहा रुश उनकांन शए क्लभं "ग्नि iिहिन। क्ट्सि छांशं शाना गवर् (शण गिरे। मृ स् िक्षि स्राप्ती प्रिस्था श्ण् वक्षक घागिा (ग चांद्र ( (rा न, स्ट्सि 'च' (प्ला भग्नस् नैशशी शस्तिि। पित प्ली १ागि प्रांस्था उि१७शी ( (पश्त रज़ि श्रु कश्।ि किल शंगरौँ श्रो रेशा तििष्ठं अङ्गि झति॥ १ा वि।। १ां तां षभिप्ां ग्रह्मा श्री ऐौभश्, श्रेaगिक शत्रा शौ गणता शा गिरेरान इष्ठ अभिजौ कौन रुशि शैफ़्म शीशश्, ण्ष (ग्न छांश भाग ऍो भन्न शा विस्रह्। शाङ्गणैः शन{स्ताने नििश् तिष्ठति भाशौ रक्षिा औआश्, चीन (कै (किं नरै। ऐझा भक्रिा (क्र ि(ण १११मिि|अिन फांशंक गोश णि%ौष 'िdगन नाश्नं किए। शृशष्ट क्षी १{ण१शै; जर्ष?विां १ति शा। म्स",",ि रेर्सR *ा अ ि?ील श इक्ीd चांशंगाचोक्षांरै१५मा।" शगणै पनि काि सिन्, 'रांगा गाइँ छ (शाश्ष शास, गिीभा ि। पाशास् .िलेनिशिाभा' y r