পাতা:প্রবাসী (ঊনত্রিংশ ভাগ, প্রথম খণ্ড).djvu/৭৫৭

উইকিসংকলন থেকে
এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।

θήν প্রাণী—তা,১৬১৬ هر و ۹۵ | artiन्। ७क्ष शर स् िषां शऐर बांगूठ ििर,ि भांशी शंश शंग! सरांशै (शरु रफ़्रुई िघाँ (ग्ले िचारा, ग्रा९ लूि राि ििग" ‘, छ षांश् िरज्ञान (ए! (शशं; हूि छा (मरे १, रॉब्रः (एांशः रुई (श्न शि, शान१ एारे १कार," राण गररांगै पंज़ तःि ौि नििरा निता नििश।। {ा राज्ञैनि *tा (शौि (क्रोशं; ऐd sगन, निशरे९ षनि tनोश भूणनि। शुक्ल (शां★ (डविा tिा गांरशांगै उन राष्ट्र रांtग्न रुशष्ट्र शां★ रुहिण। ¢क (शांत (१ १: চুয়া ত যে তেওঁ গা নি। বা একান शस् "ि: "ज़ाब्रे ( शक (प्ना (१{। १ैन। छांक (शtर्शरे भूरिश्नौ छांप्लाउज़ि (गरे रtब्रह कि शिश्न शिा राज्ञ। छीन ऐ११ (ग ह"ड़ कोश ििश, उर् जंगांश १ मि। १शन ? गरे উজ্জল মঞ্চ কালে রাষ্ট্র বান্ধীয়ে একটুখানি বো (रििश, छां "ारे शिशा श्रेण। स्ढ़ि छांद्र स्१ किलम न का (१५क (शश रन", "श्न নাৰায় নে নাগড়া কোন দিয়ে বা কেন (। १{ रघ्नौ ब्ऊिरु ष,ि (शशः dर्श त् िशबगिराए शक्ररे (१७१ीरे!" ‘शशष्षण रळ ७शशण शशि, शरे $क शशाङ्गा"ि राज गरागै, षाe श" (श्रज्ञ দেহোটংগালি।দিলে! ৰূপা कांशtyा नैौ (५:ल १श्नः वांछी शं★ कH३१:न राग ऐंग, ‘राः, छ िशक बांबूझे (७]! ७-शांब्री বার সাবাণী" १ेन शिग ऎ१कशः (शालूिष राजा श्रु(१५ ( अभिीष, रिरु षां इ१ीर क्षर्शि १ीष्मा षीद् ग्रांरनिौ कांश् शांतःि शांतःिa्रं झ। १ाज्। गांरशंगै अंङ्गगन्न क्षो सगज्6 छ (भँछ। बस्एरुाराग्ने, झगेन। शोििमशशन्न {{१ ौास्0ाभिाष्, ५१ीन $१ए) ५ाश् (गाण “... ...। ... इन्ति गिरेो रोक रॉनिका ७शन छिब (रप्लांग भूरि#िउ शाः। ग्रंtर त्झि (ग१ एनि रगू, '(शश शि एं राशौ (शशी तिितः (iनि! वि (ति हा, ५न्न शश त् िपरे बाज़ ब्राश्? ५र्शन(रार ि शः(साठ १:, ७७क शैलीइ रहेउ ना! श९ घ७िीयूिरु (१रेि, रुश!' १:jन रन्नः निश ऐर्ल शैष्ठिांउरे ग़रशांनौ शब् रुनाश," ७-१ख्नी अशं। ७को १ि१म–ि" "ंशा नीलि तििन (श ; हि' तःि प्रिशेर, उशन ब्रुि(शरु शंो 'ागि शर।' रंग शश्न राष्ट्र शास्स्to झtशुरू झन0। & যে স্থা ছোট গিী সাবানী চিঠি গেলেন। সে লিখেছে, “ম, তোমার বান্ধী জানিবেশ ভালো করে 6ा,ि शाकळ १ि (ज्र ग। रज़ाःdांस्कार तःि श्ऱृणं, षांशाः चनिं " ौिशन (१: (श-:िौ ििक शा अरेशन। fন মেন আছিল, মোড় লাগলো। বিশেষ দরকারন शंग लिनि षां रणे:ा गtा स्श राजतन, राष्ट्र तांशैः ठिठान ७ण एा मूक (१९ कहन न, षणिनां शमशहा शास्म। अििन मन्, राशै। गां नििहू, निष्का। विशता श्रृिी श्रुतःि। दूत शिा (रज़न, ऍiाहtशगा8 ४श्न षट्शन भूग शंtि१श का न। dनि हr धान8 ई श কেটে গেল। ७निस्गििरन। पू। (स् (को भांौि ु ( ंग तनाउ ('जन्न। िि। उछाउि বাংলা এসে খেলেন, এখন স্থা কাজ হাতে रुtा रफ़्रांर् ऐग्नान कैप्लिक्ष घाइन, ऍीहरु शित गज़ षषर गर चत्वगणात मारु मृs शएि१ शोवा (शौं ति पिश् राशझा tशंोीि रुि प्लाई रंग पिीि (गो छाता, ऍ गांशत्र श रगत, "tातशा बाशास