পাতা:প্রবাসী (ঊনত্রিংশ ভাগ, প্রথম খণ্ড).djvu/৯২৮

উইকিসংকলন থেকে
এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।

Wζ0 প্রাণী-দধি, ১৪% । [२s१छ),y ११ एशन ब्रांतांशः शिगर इक्ष शंशांत शि(रघ्नरेष्ठ ទ្រៅ (ततः प्रॊौ षाङ्क्षी गतःि १ीा राौt्ररहे थांकि शक्ति श्रेग। गण्ठिांकि ऐनांना १* (शिारें (ग ५rतरांति पॅरकारे छैन। रगिग, "é {িীয়া! মোটাকে আর আঞ্জাড়ে ডাডা समान{तः ; । तां भूगर"

ौिराए श्रेनिन," शं ,ि ऐ# १। घां★ रांश, ईक्ग शtठ क्षिप्त गर ,ि उरे (श्रील४५ गिश्शिाः"

(शं नि,ि"गं ,१ौ {तः षी। षि ऐप्रित शश्।ि' (ण शंउ रु।ि (शंो ७ो रङ्ग गिषणको गरशाशंगद्देश घाँििश्। ७ अिप्नेछ ( थगात्रा ऐyस्क रिक्ष रियू ििगरन, शंश छांशद्र यांनॉई हिन। ' जग्लिशलांग श्रेष्रे षष्ठाइ त्रिः श्रॊ शि। छांग कर्मिा १प्लषमा कत्रिांश् एांशं; ईसौ dरण षसिष्का लि। वाौशांता रीनि १ीतःि, (लि छांशंtरु uान रुतिा शंष्ट्र शशि शिाश् tिए शृङि गि। (ग३%ार्ताक्स् (श्इमैन शंशौक शन रु।ि (रुरनि छांशन ($ांt१ छन श्रांगिक श्रृंग्लिाउल्लिंग। छप्लगुँगै ज् फ्नाि फ्नाि भंग शैक्ष घाँ प्ले"क (छ; का देशहे ७ शांधणैौtशः शैरन ! dirत {ण भ्रश्नं गाश् छ्रुं मििल। एीरेि ए (* एांहारः। षो8 ए गिन। क/गै राक्ष श्री १ढ़, एांशा हेशरे छ:इ निशन गिा शंस्थिा गद्देश्। छुि (श (११र्ताि शौ शौरे, ७ि झोर,(शरुि शिक्षि१रि! ििछ शैरन aशशाशससँरन,शशoतिरेझेति। शिश tशत श्रेर? अंशानिक (शाश् छ१नारे, ५तः ११ांशःौस्नां।, श्छनी शरांसि {सीनः १शक्षाएँौशिक्षर घाः कशि १: करि ज्ञानिकः। लिषु ऐशा नां, श्ांशतःि भू१ नःि। लिं हरेर। बाफ़ प्लांशः १ीक धर्शन कि शश्नरे। शिश 'हिम् िरतििष्णं तु शशिनं ौि। ररेि रगरे रिन। ५rसरे शंशं चर्गाः घरु गिरे। (श ठू"शैन, छ| दान श्इ ।ि বাড়িালিয়াছ, রোগরিলে বা করিাংমা रुरै कािइ। ऐशा प्लेशा राष्ट्र राष्ट्र क्ष रगिण स्ि घां★ ब्रक घाइ ? {ह्र-ताँ एतःि शांशतः क्तििन शष ौि 6१॥ रु ,िगिक शिरगिग्रेज़ी श्रेषेणैशि। घा रुझारु९ ग गिरे। १ौक्रे अं।ि गि, "tr१,१शै, ििस्ज्वारीशr पूरौ र"ि, "ौर धर्म शाश (रनून शुरु।” " (हेशि भूगैल 'ल गिर रगतःि । (णज्क्षा लि ज्यू शै, ऐंश ि शि, छांश क्षऐस्गिन और रे। हुएँ দীঘল খোঁজ দি বা নি বাদ" गूिर्ध्न शश dन् न। 6 त्शन से ,ि "লাগে বাঢ়ি তোঞ্জা বা বােমা पांड्न ।' नश्कि क्लिक रन्,ि"ष१ि७ षां रारंशै ग्रaं, स्त्र' (श रहे रनिंग, "शश, dर R: रु५। ररेशैइज़ (स्टे रि ३१ (*****I! ववरण शून्त प्लुरे श्झ।" মেল লৈয় আদি গো गति घाँ क्श लि गि। (झोप्ने छैशास् छिन रु,ि " , আর ং ন্যান্য য়ে স্থান বছিলেন না।" भ्रूललमैलिका,"श हि। श्रुतीश्গানবান্ধন-৫ান মোচা।" tशरीर,ि"शशत लिओ(ितैलिरन। *ा चान्छ९ (ार न, थांशा कौ (जै गांव कृशाशज़ ५शि6रेॉरे तिtार। क्षणा ीत् शर ४१न। rरनाकौ तिष कांव (नरे, क्ष (१:धाताप्लेषा धागा रेकौशाशदाशे आशै। स्शा सार"