পাতা:প্রবাসী (পঞ্চবিংশ ভাগ, দ্বিতীয় খণ্ড).djvu/২৬৪

উইকিসংকলন থেকে
এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।

객 公|以<| কৈফিয়ৎ

  • जानडिगबांद्रन बाठांब बू चाप्शन गाणप्नब जनर्ष वहन कम्ब' चणवाप्नब बाषा, चणरवद्र ऋषा छिद्युड्डवप्नद्र बरछा बाषा cशः श्छ cनरह BBD DDD DD DDBBD D DDG GBB DBB DD S DDDD cवप्न बांखांब cबॉक्ल-ब्रांअञ्च-विडोtब cणौब्रह्वब्र पछ हांबि हराइ 4नन कितनी नागानव शुल्कछिन निर्वबड़ान ओग० इबत्रि r (&थवांनौtवणां५, श्रृंकिब-बाणैौद्रे छोरब्रध्नी-द्रवैौछनॉष) । cव-cषtन नंछिद्र शूनं नउँीब्र शूनी, cग-cवप्न गडांप्नब लौवन-ब्रांप्ब बांtइज़ 4बन विद्रडून चाणिाअब भक्त्रिव कदिइ गएक निडाड२ चार्द बस्तान श्राप्श्। जांब 4द्र क्रण करना cई भूष मास्नांब्र शनि कूक ॐएर कि मां जॉनि नl, ठरव शूब-ऋ**क्लैिंड चtनक बांछांद्र कूल बूषहें जाचनाचtश्द्र शश cबध्ष चांगूद 4 शनिकिठ1 इ4क इरण चांनउिगब्रांकन बाठांद्र बू चांप्तानब्र गचूष जांच-पणियांन विद्रण न ह'tजe बांग्लछखिद्र जबन 8जं नरकङ्ग१ cषानब्र मृडांबद्दणद्र बtनांब्रांtज cष बjांtणब्रिग्नां वl

कांणांवtाद्र बछ वाणिक छtव वांगी cवैtषtइ ●बन जां★क कबूबांब्र गडन . यबtन चांबांtवद्र गवांtबe cनर : गांश्छि७ cब३ । गरीबरें ७ cगषि cझणप्नब या cकrाकू ७¢ छ छांबा कtबर-बांप्तद्र जब 4श९चांप्तवन সম্পূর্ণ অবহেলা এবং জাঙ্ক করেই। জেতার কৌশল্যান আলজির টান बैत्वाकवाक वनत्रबन cषरक यछिबिवृत्त कबूत्छ गोस्तवि : पाणु७ बा पानांनाब cघtइह चीरकद्र नश्व जाप्तांबन बै कुररूद्र कईण,शरक -चांकिडे ब्रांषgङ गांtबनि ; जांब कनिबून बांtात्र चांगलिमा छैन जांब्र dांश्षा खणद्म गूणा cष संख१ानि प्ठां प्ठ ५ गूंबि बि Giव “ti:ब॥ वाजि"छcझोप्ष चाँबूण छािरे cाषिप्त्वप्झन।

  • कषी चक्छ चौकर्ष cष चांबांटवद्र cवप्नब्र ठषांकर्षिछ नांदांजरकब्र पण विषांtश् *१ अंश्t*ज्ञ गवन्न निष्ठां★ 4कांड अत्रूनड, ५व१ वांबाख्द्र *aिsंहप्नब cवजांश्च बांtाद्र •ब्रव बांषा हtा पोरक झ-किरू ●नव काप्बद्र पहन् नबारब पक् िछिद्रबौवप्नद्र कष पून पाकू चनकरणद्र बाछ७ करना बाषl cशः एवाब नखांबना पाक्छ, ठाशप्न चांद्रनष्ठा वक्र दांशष्ठ थठछ चठ:ठ९नांबिठ इठ मां । जांगण कष, cण-वरषद्र नवरा पूछा कर्डीं श्ध्निाकरे नांषांबनंठः बांtाद्र जानन्तिमा bीनbोtञ जांगण ८ष७इ इ'tा पोटक । नtण मांtाब जछांद्र बांरक्नं गीणानब्र जबर्ष वहन कवृषांब नऊन दौबच कवि गठिारें चांबांtवद्र पाब पान पाकूठ छ श्रण १itन्नवद्र गप्न-गान cत्रानन७ A चtिारे क्रिा CANG |

जॉजांब्रिड णांनखिरे cवप्नब cगौबयरक अंiन काबद्दछ किचां छठवाहठ cनौङ्गबद्दे निtा बांtङ्गञ्च चीछtण जांबन्न निtाप्इ cन-नचरक७ वtषडे गान्वप्रज्ञ जवकीन ऋब्रह्। थांब, cष-cनोक्ष बांटाब चीध्रज* cकांt१ वैष गtछब्रालयश् छांद्र वहब७ cष पूंदcवनौ दिनून नष्ठ 4कष cषांव कब्रि नि:नाचप्ररे वणां ¢षाठ गांtब्र। 4 दखलांना cवप्नं १३ जखिनख बूनस cष झू*क नशगूक्रवह जांविर्डीव शाश् चैंप्पिन कईद्र कूननछ अवर छिडांद्र . फेषांइड बनाउछ दिन्द्रश्च वक्र चर्ष जांइबt१ गवर्ष शटकरह छैitशब बांtब्रtवद्र मानज्ञ जनष्ठाऱघहरक विtशष१ कब्रूण७ खांप्छ जांनं 4ावर जांनखिब ब्रांनाइबिक चक्रूणोछ धूद नछष. 4tनtतब जजशंखब्रांद्र cषबनकै ३७ब्रl गडद *बई चांखाविक cछमबङ्गैरे ८ण१pख witडब्रां कांtव ॥ 4tनानब्र cगोइव बांग्लाद्र जानसिगबांदर्भंडांद्र नृशंजिठ हानि । बांtब्बद्ध छैiरबड़ छोइंtठ 4tबद्ध परब्रव्र छैन (कब्र cवनौ ; बांब्र परब्रङ्ग छैोहनद्र छारेष्ठ यांtनंब siन वtषश्च जांtब्रांcवनौ -बांब्रांबर गङठ१ ब्रएक९ परैिब्रव्रणि परैवब्रणि-4ारै हरव्ह 4 cनtनंद्र हिष्ठांशtषtनब्र जबूजा निरर्षभ ॥ बांtब्रद्र छात्रत्र चाप्नांrछ शशि थरकन पृटिनसि क्रिा गावांद्र गडावना पाक्छ छांहtण *करे गबtब 4कहे cनात्र गठौ-पांइ जांब वहक्विांटहब्र यष आकनिछ षांकाब कष थांबtवद्र नावांबिक इठिशंप्नद्र शृ♚iरक कजकिट कवृष्ठं गांबृङ ब॥ । cश्रजङ्गां जबांशूव एवांब नाव-नtबरे बाराब बनe cशÉ हप्ठ इङ्ग कtatइ । कूखी दषन जख बांक १ नंद्विबांद्वरक चङब्र निtा वांजक छौवरक गाütाहिरणम इर्षाउ बक ब्रांक्रन¢क जबूक्लिड निक्र cवषांब छप्छ छषव €iब बtबद्ध ८कांt१ नखक्ष्ठ: पठjांनं वां जांनचिन्ह कथः cवांtझेरे ७üनि । छूडब्रप्छद्र ८कtन ब्रांकनहे छैiब छौषक 4ftझे ॐgख गांबूव न *३ विचागरे छैiब नष्क क्रशडे हिल । जांब ५षबकांब মায়েরা যে ছেলে চোখের ; জাড়ালে গেলেই অন্ধকার দেখেন छांब्र७ कांब५ छैizणइ जखरब्रव्र छाitäब्र चखांक वां जांनचित्र छैन बन्न। नद्यांtनञ्च जांबtर्ष दिवांन 4ब६ बिर्डtब्रव्र *कांछ जडांबरें ●iप्प्रब 4 इर्दगठांब बूण कांबन । बिछानांनtवद्र चत्रांव नोड-छांन, जङ्गल कईनङि जांब गाना इष जकूबड नशत्रकृठि३ ॐीब बाराब वप्नद्र छोप्न नूख्न प्रब लनिष्ठ रूख छूलहिण। बिsाक्ठी श्कूि-बबनी छांश् दांणदिवषांtवब इ३थरबांकरवद्र ॐांब छेडांदप्नङ्ग अरछ cहरणाक जत्रूटबॉष कGझिनन । अॅषबक्रप्टाब बलन cझण मा cगरज जवन cबनाछांद्र-पश्कूि६ कष हइ छ ठीक बटनe ॐठ नl, बूषe दूछ न । जष बांtतद्र उitना केचद्वारवद्र नऊन cश्रण नो बृहेरण७, 4कष नि:न्एवtइरे वणl cषष्ठ *ाटा ८ष-cनरबंब्र काईब्र श्रृंखि 4ब६ छिंडांब वांब्रां बाबांब वषब vोंब्रिवांबिक नडी शक्लिरद्र नर्कडांबूषौन हरव उषन cषप्नब बाष्क्रप्नद्र बनe निझिा गप्प्ल' पाकूरद मां । cष-क्वि cषtरू cइटजब वृए९ जन९ cषरक विबूष हtा गांबांबिकडl जांब गोंद्विवांब्रेिकडांद्र इtर्नब यांल्लेौब्र भ#ब जीब्र नंद्विषां षबाबरे जांच्चविविटद्वां★ कटूबtइ cगरे क्बि tष:करे हङ्गङ बांटत्वब्र बाबद्र छै९णe बबॉछे वैषpठ इङ्ग काब८छ् । वृठ-द९ग अननौब्र खछ जाननl-इरखरै सकिरज्ञ चारन ॥-यकृछिद्र ब्रांtबा सांtछ पत्रक हवांब छैनांछ cनरे । ब्रॉबनूठजीवप्न वषन बूक-विअर निङा-tनविखिक दानाद्र हिण, cनांना पाइ उषन ब्रांबणूठ बश्जिांब नांकि बाषाब कुन चाशै-नूरबब पन्नष्कद्र हिनl tठो कtब्र' विष्ठन बवृकांग्ला हरण । चांब वचन ब्रांबभूङ छांद्र बूकब्र cननी यांब्रन: जाक्रिक्tिाहे cबsाइ, कांtछ३ ब्रोजगूठ वरिजाएजब कुन षषाशप्नई पांप्क, चांब वझरब्रव्र •ब वहब जांकि६ अब्र करष ठाप्नब इ:प्ठद्र cउरणी BBB BBDD DS ESBB DDSBBS DDDDDS DBSBBC DDS षषांtन कगङ्गेष्ठ 4षन छां५ cछरा cछद्र cवनॆ गवद्र श्रोक्रि.4ब cचरङ जठिबाँछि श्। किष्ट्र नि चारबिल हिन्दू-'बिवाह cश्णनिष्णल्ला cडोल्न नशांठाitनंद्र शृष्कर्ष बांtइज़ cकांप्ण सtा स:ब निवाछाज, त्रकांप्लब ‘जांtनां कठ-कि बूष भूष निषळ चावृसि कड्रड । जांब वर्षन बांtङ्गङ्ग BBBSDDLL DDBH DDD DBBB DD DB S BBBBS 8C: