পাতা:প্রবাসী (পঞ্চবিংশ ভাগ, দ্বিতীয় খণ্ড).djvu/৪৪৮

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ওর সংখ্যা} বিবিধ প্রসঙ্গ—মহাভারত ও আচাৰ্য্য ৰন্ধর আবিষ্কার ஆ இ કરડે

  • चाधि बाजारूपण इ३८ड काचौदाब बारगञ्च यशखाश्वष्ठ ७ काणौअगद्र गिएश्ड राज्ञा गम्कड भशछब्रrङद्र चइवाश नक्लिष्ठा चा“ग८ङहि ।। ७ गरीख जwविलाप्नब्र किडूरे ठाइ! हदेtउ निक कब्रिएछ गाब्रि नाहे । बुकबौवtनब्र नकल ब्रइछ cकान् ऋर्तब्र cकान् चक्षार्इ चिक् छाप्य बर्निङ चां८छ् चानिष्टड नॉब्रिtण चां*ष ॐणक्लड झहेब ७द९ थाशांब्र मड चाब्रe चट्नएक टिक्षय फेश्रृङ्कङ इरेट्दन। चोभनि निकारे शनिइ1बिएड प्राब्रिएवन ।”

विनि ७३ ीि;ि निषिद्वाद्दइन, दाश्ण जाष्ट्डिा छैाहाब्र घूब aयनिकि चांcह । उिनि य षन भझाडांबड झहे८ड जङ्गदिलाएनछ tकोन उत्त, वि८चबङ: चाक्लार्थ, बश्ख्न चादिकाप्द्रब्र भङ किहू, ॐकाब्र रूद्विtङ नt८ब्रन नाहे, उषन जाधव किडू করিতে নিশ্চয়ই পারিব না। স্বতরাং সে চেষ্টা করিব না, ५ब१ ८छorव शृं बणिश्७ न', “बिषाभूशशालङfर् ●यॉर७नtछा क८ण cणां छाइराइब्रिव बाधन:” । किछ चाकरीब विषइ ७झे, cष, १ाशद्रा शबूब छौनटक्न इहेष्ठ cगायजङ जाधवानौ कग्निब्रा डाश झहेtउ नाजगी थउड कब्रिज्ञा नमूलद्र बाडाणौcरू छापा कब्रिश्च शूणिबाटहन, ॐीशब्लॉ eथcडाक श्चूिष रूब्रांबड भशङाब्रउ इहे८ङ बफविजtनड़ गयूशंद्र उस फेकाब कब्रिश छांश बाबद्ध আপাময়সাধারণ সকল হিন্মুঙ্গে এ পৰ্যন্ত উপহার” cश्न बाश्। आश'श्श्रण बगैँक्ञान ३ गत उत्तरे निषिदाब बछ वकौह बूबङमित्रtरू नयूब जब्बन कबिंबा देफेरब्रा" चाrशब्रिक निष्ठ cब्रष्हरु थाश इहेtउ ३हेड ना ? जॉशक्त्रि¢क cबाब्र बल्लेडणा बां*दवबांगौ* कार्षाणिष्ट्र शृर्षाख पहेप्ड इहेङ, ७द९ डाइोरङ जा'ङ वाहेङ न। याश इडक, “दकदागौ” ७गर्दाइ शाश कtबन नाझे, उोश चद्ब खदिवाप्ड निकहहे कब्रेिटबन । उषन नांकाडा ८रूiन ८कांन दिचविशानड़ e tबलांबिकट्टरू चाछार्षी बइब्र निकt sाझांच्च फेढदिङ शब१ जञ्चरूब्रयाहेन्ना विद्या"दणदानौ”-कोर्षाजप्छ चर्डङ्ग क्रिाणरे छलिएरु । जोक्लार्व बइe गांख्क्षान इश्लेन । यांश चर्छि८ढ छदानौछद्धनं जडी:छे नाeब्रां बाईं८द, उiहांब्र जछ cकन ङिनि चकrब्र१ लङि, नषङ्ग ७ जर्षबाब्र कāिtडtइन ? *बधबानौ” कि बणिtडtइन, cजधून । इक्च =णपन !-बाइट्स वक्र चछांछ औष-बख्द्र खरनिरखइन्गचव जकtणई नहt● जवू sत् कaिtड नषर्ष । वृ८कs ●९fनe =णचव cवषाँ पोष्ट बा, वl =णर्नबाश्चाe अधू छद कक्व वाद्र व । किख खाई यजिब्र कि बूeिtड इहtष cष, वृकब cनक्कन cरून =णचन बाले ? cजोकिकचलोहिङ् षड् खांश्च शिखांब॥ चाश्नः शिशूरः ७i*िशो नाश इषं चूटान ७ गहिठा अङ्कडि siनारेषl fश्छांtइव, वृक्छe खोड-लखेद्र बछ ३विद्र बोtरु बकः ८ण३ इंविधानपूर जिचानौन । नाकाडा छक विव्याप्न चक्छ ●कष नूछन । बचनe aबन जtनक उपsि aरिजाप्व अखाड। रूitsऐ गाकाठा बछाबिरकब्रा वृtकह ज्ञ९ =णचtवद्र रूषां सविद्य विचिठ इश्वव । नयडि नृषिरी-बनिक शाबको कलांबिक छांद्र छनबीन5था बन्न जहांलछ aहेछन् कषा खनाईच॥ नान्छाखा खग्र६rक चूक DCCBDD S DDDDSL SDDDDDD D DDD DD LLLLL DDS अ८रकहे जक्णछ जारश्न । नयछि छिनि चास क्लो िमृsय उरशङ्ग चांबिकाब कब्रिव्रtिइन । cन झईsि ●हे,- ( *) वृकनवृtङa औष-अखब्र मध्र बांश्नtनलौ जांtइ *द१ ( २ ) लौद-eखब हशनिख व्नचtबब्र वछ बुकद्र cवहाडाड:बe ७क अकाद्र =णचन जवृङ्कs इsब्रां षोtरू। छै०ाइ अन्तिकृष्ठ जाse बक िनूछन उषा छिवि जात्राठौ छात्री बारन cषाद१ खब्रिtषव नजिब्रttइन । छIबू छनवीcनइ थाविकारब्रव्र विtनदस्य ’ gD DDSLLLD DDD DD DD DBB CCLgD TBB BBBB BBBS छाहाब्र छणप्पाभै :क्खानिक बन्जनबूह उच्चाङ्गो कब्रिाप्झन aक१cनश्णकण शज नाहीtषाहे निtछद्र वडवा रुंखवकृ:ण बूकाईव्रl cषन ॥ थावब्रा चरवकवtaई रजिष्ठtfई, हिन्यूब निकā a णद बारकौ विद्रतकब्र ऋए । किख जटबक fहन्यूब खगtइई ऐश बछाउ । ठाशश्च काञ्चन, fहन्यू अथव fबटबद्र BBDD DD GBB D LD BHHHH DDL LLL D GGaH KSBLSS जांविषाद्र यवृखिe ठाशtत्रश्च जtबई कविद्र। बाश्रब्रह। हिचू पाणका DggBBTC uSDDD DDD DDDCCC DDHBB LLSB DDD छूपाrनद्र अत्र नक्लिtउ बाबछ कtब : चावाप्नब जबछ अrtबद्र थाकद्र DDBCCC BBB L BBDZ DDY DDG DBGDD YZ औषध्वड हत्व वा । मशङfacछ बूच-कोषtबद्र जकण ब्रहछह सिनवृडार वनिंछ जाप्इ ॥ छाश ना? कaिtज, हिन्यूक बढ़ किलणरवह ¢कांव SDDDDDC DG HHH TDDS DmmMS DDC GG DSS DTTSYDBH जावरक बाबाक्य भूदाङन निकाtउ विचाण wर्यास हाब्राहेछ सनिक्राप्हव, झ5नां *१ाच्छङ लङ्-निि’ना बङि बेिनिच:Gा बारेिणॆ॥७ 4षंवरः। छैाशाक् बिद छै९ण.क्न कद्रि। शtक । छ"ङ्ग छोप्नद्र बादिका बग्न करल पनि ऊंहाब्रा हिन्दू, बाक्लोन छिानबूप्इ विचानपान् ए२ाङ भारजन, witltottoе док*я чtд° 54'wia toko I उनिश्चाहि, चार्वानभाcछ६ ८णाटकद्रां बtन कtब्रन, cबद्दन dैलिथाक थङ्कडिब्र केंटक्कर्ष चांtइ । जाधब्रां धग्नानवशाशौ थप्ने छ *गडाॉर्ष-थकान” नग्नि नाहे ? इङब्रां९ উহা সভ্য কিনা বলিন্তে পারি না । बाखबिकरें बायबl uकाख चांख्नदिव्हड खांछि । ८बाक् dèणि शाश्-चानि नव-fकडू चार६ १ मश छांद८७ जग्नबिडाटनब्र गव उच्च बांtइ ? ब्रामाञ्चt१ श्रूणक-द्रष चर्षां९ ७८ब्राtझन चाप्छ, यशैब्रोपल चरुिब्बाब८र्षब्र गद-cभखिन् আছে ; জন্তান্ত শাস্ত্রে লে-তায় বার্তা, বে-তায় টেলিফোন अङ्घखि चारश्। चथछ ७द्दे नक्ण बिनिएक्इ अछ