পাতা:বাঙ্গালা ভাষার অভিধান (দ্বিতীয় সংস্করণ) দ্বিতীয় ভাগ.djvu/১০২৮

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পত্রিশি৪ (ঠ) বাঙ্গালা গ্রন্থ-পত্রাদিতে ব্যবহৃত চিহ্ন বা সঙ্কেতের অর্থ। >

a' 98 o [ श्वः] बाजां$िtशद्र बांक्षांश्च *थाषाठ°किंझ् । বে পদের পর থাকে তাহার পুনরুক্তি নির্দেশ 'काइ । य-"cठबौञ्च कून २ नक अशीब छमन।” -cशक्मिध्ठ गैठ ( इछछ मन्निक ) । दूम २= कूमकूम (दूह्म) । छूण-अब्रि २=श्रीब्र थांब । शृङ ২-শত শত। অধু অপ্রত হইয়া জাসিতেছে। {ৰ্যাণ, ছন্দ: গুর চিহ্ন । এই চিহ্ন আঁজি বলিয়া উক্ত। অতি পূর্বকালে পত্রাদির শীর্ষে দেবদেবীর নাম লিখিয়া পাঠ यांब्रछ कब्र श्रेंछ ! t११मe झग्न, किङ्घ ७थन cयमन अॅवग्न-cबॉषक ९क ४ ७ई क्लिश् मांक अक्षर "वैधै° पूङ कब्र शब्द ( चैवै कांजौ, স্ত্রীদুর্গ ই•) তক্রপ প্রাচীনকালে ৭ এই চিহ্নই যুঞ্জ ইইত। তখন সকল দেবতার অগ্ৰে সিদ্ধিদাত্ত গণেশের নাম উল্লিখিত হইত। গণেশ অর্থে হস্তীণ্ডও চিহ্ন অর্থাৎ সিদ্ধিদাতা গজাননের अठौक । *३ वtर्ष /१ अ३ झि७ मृहे श्छ। { তন্ত্ৰে ] সপ্তব্যাহৃতিমুক্ত /৭-শ্ৰীশ্ৰীগণেশ' शांक्री ऋअन्न ज१८क° । '७ई ‘अर्थशब्लक ङ् ि। -त्रिशष्ञत्र ब्रामा ध्मनिरप्रंब मश्ठि निकोब दांमनांश् बांकवtब्रब्र पूरक छैनग्न निश् गणांइन করিলে মহাৰীয় পুত্ত ও জয়মল্প-সহ অসংখ্য রাজপুত খোর সংগ্রামে প্রাণ বিসর্জন করেন ও रिठोब्रभुङ्ग ७म श्छ । बालश्रोएश्छ अप्लिएण शृङ दौब्रगtभंब्र दtछां★दौठ eछन कब्र! हरेरण ठाँब्र छांब्र १si० भ१ श्द्र ! *tब्र फैिंf vब थtरम মুড়ির শিরোনামার বিপরীত দিকে এই সংখ্যা निविठ श्वांद्र यषlथबर्डिंठ श। बरे अन्नपूख नक बांग्न मांरभ ८ष्यग्निष्ठ इईठ cमई बाडि छिब्र च*ङ्ग cकश् भूणिग्ण, ७tब्र ऎखतः १s॥ क्ष१ (८ण गभएल्लद्र a cनtङ्ग • य१ ७जानब्र) **ीठांद्र अबूक्रण ज६६,क मद्रश्छTांब्र गांठक इहैtर *रे बलिनांनंcनाउक नएकठ बूकिtठ श्छ। मठांखtब क्लिष्ठांब्र মোগল হন্তে পতিত হইলে অসংখ্য রাজপুত कूणबांद्रौ भजश्रए जाहिछ श्रेषांब जानकांद्र अहङ्गञ्जङ बदणषन कब्लिङ्ग विञ्चगिङ झुठोथएन aवाँचंदिगड#म कहब्रन । छैांशंtप्रब्र *ब्रिछाञ्च

षहि:ब्रह्म ७झम श्रैष्नांक्षिण १s॥ ब१ । ं १a চিহ্নিত পত্ৰাৰয়ণ বার নামে লিখিত সেই ব্যক্তি ভিন্ন অস্ত কেই খুলিলে তাকে চিতোর ধ্বংসের € अन१था नांद्रौझ्ठाॉब्र गांt° गठिछ इईtए श्रव हैशंe dई अउिंमलांठ ८२ांषक जक । [व:] ऋब्रव्र बाँशांङ्ग 4क म७=* भांबl ; झूक्षभांक কাল। ২ (ব্যা, ছন্দ ] স্বরের মাখায় হ্রস্ব ৰোধক বা লঘু চিহ্ন। [ श्र:] श्वtग्नब्र मांथांग्न छूई प्र७-२ भfब| ! मौर्षभङ्गि कांश। २[ वji० इल:] ऋब्रञ्च भांक्षाघ्र नैौर्षtवांशक ब|७ङ्ग क्लिङ् । [স্ব স্বরের মাথায় তিনদও-৩ মাত্রা, তমাত্র कांण। ठिtनब्र श्रश्कि म७किंश्ठि अधिक प्रॉब्ला হইলেও ত বুঝায়। ২[ৰা ছন্ন স্বরেঃ মাথা তৰোধক চিহ্ন। (হসন্ত চিহ্ন ) { স্ব; j স্বরের মস্তকে নিম্ন সপ্তক ব: धाँग८वींषक ; भठ् वां छेक्षांब्र! मर्दुक 5िश् ! (রেফ চিহ্ন) পরিমা-}ফুটfoot ! ২ { জ্যো: | कलl । य-Y। ७ वtब्रङ्ग मांथां★ १fकिtज, छेफ़ भक्षुक cदांषक फ़ैिश् ; ठाँब्र!-म६क दाँ ठाँव्र । ( দ্বিরেফ চিহ্ন) [ পরিমাণ } । ইকি inch, २ [cछTाँ०] विकलां ।। 4-37।। [श: ] पtब्रञ्च मांथांब्र ठे नांद्ध जर्षीं९ :-4द्र छूठौद्राश्न कांगररांश्क जिनूनश्।ि [च:] चtब्रब्र अॉषांझ dीक मां बांग्न ठिन छttशंद्र छूहेछां★ जर्षी९ ठे कोणtवांषक वा१ हिंश् । [ च:] चtब्लब बांथांब्र थांकिtण “कम्नि क्षात्र", भद्धांछुtब्र ठौडश्वब्रtबाँश्वक श्रृंख्ठोंकी क्लिश् ? [ वः] चाब्रब भाषांइथकिरण"ठौश कड़ि"दूताश्च । ৰ অতি তীব্র স্বরজ্ঞাপক সবিন্দু পতাকা চিহ্ন। { স্বঃ দণ্ডচিহ্নের উপর স্থাপ্য যতিচিহ্ন । { च:] tनष्ठांब दांtन वtब्रङ्ग असूरक =णर्न-छां★क फूजक श्।ि