পাতা:বিশ্বকোষ অষ্টাদশ খণ্ড.djvu/৩০৯

উইকিসংকলন থেকে
এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।

" कहनै* cर्षभिः कर्म***द्र छात्र *ने चनॅराजा '. निहिंख्श्वं पणि#itश्शरक कहने १ीन कtण ! *थह कैोगाँदौर६ नब्बाध्द्र छाहिर श्वा दरक, चार ०क९८क्रधरे भब्रिवीरभद्र | *

  • जाणाभ ७ श्रृंख श३éण अ६ पांजांश्षांश विtभव धर्विषां दत्र ।

चपूर्णौ छेनtब चडागम ७पर थांश्न गएक सिमझै छनtछ जाफ़ि DBB DB BDS BBBB BBBDD DD D DD 'wवहछन उजांनम ४ आफि हांगम कब्रिरष्ठ श्छ । cवाष श्छ, भूभाकाप्ण केही छ किनणाष्ट्रि बोल्न छाम्न cयबिज्र श्रेछ, छनइनाल्ल क्क्रने ८नडान मात्म७ अडिश्डि श्हेब्रुश्, प्रस्फू পারগুজাৰায় ‘গে’ শব্দে তিন সংখ্যা বুঝায়, সুতরাং সেঞ্চার’ लएक डिमफांबविनिडे रङ्गश् दूषाहेरठtझ्, क्रुि uकरण चाब्र | कक्री८छ छिन गाष्ट्रि ठाग्न ८शांबिज्र इच्न न, ७९°ग्निदत्6 uषम পাঁচ ৰ সাতগাছি তারই যোজিত হইয়া থাকে। যে কচ্ছপীতে পাচগাছি তার বিন্যস্ত থাকে, তাহায় দুইগাছি পাকালোঁছ নিৰ্ম্মিত এবং তিনগাছি কাচা পিন্ধলনিৰ্ম্মিত। লৌহমিশ্মিত হুইগাছির মধ্যে একগাছি মন্ত্র সপ্তকের মধ্যম ও একগাছি তাঁহারই পঞ্চম ফরিয়া ইধিতে হয় । পিত্তলনিৰ্ম্মিত ডিনগাছি তারের দুইগাছি তার মন্ত্র লপ্তকের বড়জ ও একগাছি মঞ্জসপ্তকের নিম্ন সপ্তকের স্বভূজ कब्रिङ्ग पैोंथांब्र ब्रैौडि जाएझ । नष्ठठांग्रशिञिहै कष्कुनैौtठ ठांब्रिগাছি লৌহের ও ভিনগাছি পিত্তলের তার থাকে, তন্মধ্যে ছুইগাছি লৌহের ও তিনগাছি পিত্তলের তার পূৰ্ব্বোঞ্চ নিয়মে বাধিয়া অবশিষ্ট ইগাছি লৌহতারের একগাছি মধ্যসপ্তকের স্বভূজ ও একগাছি ঐ সপ্তকের পঞ্চম করিয়া বাধিতে হয়। এই গুইগাছি তারকে “চিকারি' বলে। কচ্ছপীর দণ্ডোপরি স্বরস্থানে সতেরখানি লৌহাদি কঠিন ধাতুনিৰ্ম্মিত সারিকা ঠাত দিয়া इक्रrण भांवरु षट्क, डगांद्र अवगठrरूब रङ्गज श्रेष्ठ ठाब्र গগুষ্ণের মধ্যম পৰ্য্যন্ত এই সাৰ্ধসিপ্তক স্বয় সম্পন্ন হয়। উক্ত গঙেরখামি গায়িকার মধ্যে একখামি হইতে মঞ্জসগুঙ্কের কোমল भिंबाब, अक्थानि श्रङ अथागढ८कब्र औअमषामवग्न *ाँ७ब्रां वांछ, अछछ क्इिक चन्द्रब्र चाक्छक रहेप्ण उद्ध९ गाबिकासनिक SDHHD LLLDHDD DmmB BBBB BBBS BB DDD SgSg ggg BBBS BBB DDBBBB BBS दंस्थ्य अवनौषधि vबेगन च गत्रिकाओं वैशश् ***न | चछाङ अदइद, बाँक्रम, वाक्कम ७ पाक्नजिन्द्र ब्रिोड़ ३शत्र cषणले थणामूण मां ददेश कtiद्र हरेद श्वास्थकwक्र ख्नित्राहि माज फांब शक्षण इह । cनई डिमणश् िउt* . माषा uाकनाहि नाथांtणौश् मि¥िड छ झऐभाँहि निष्करणछ । gनौश्डांब्रगहिरक मांद्रणै फांद्र वरण,$शदक कथनरुizकब्र धवाश्च काँग्नद्राँ पैथिएङ श्ब्र। निफर्णन छोइ इरेअंहित्र मर्श क्षकोहि पक्ष DHBBD DDD D DDB BBB DDBBDD DDHBBE HHD कब्रिड्रा दैषिtछ हा । छिपकौरछe कहनैग्न छांक जरjनर्णषभि लांब्रिक थांक ७षर छोइ इहेcछहै णांईर्दिनशंक चम्न मिथ्भग्न श्। देशब्र शब्रन ७ वाक्मअञानौ अविक्ण क्रूनै-जन्त्र । Fon of a পুরাকালে ফিয়রীয় খোলটি দায়িঞ্চেলের মাগাৰায় মিশ্চিত হইত, এক্ষণে উৎপরিবর্তে বৃহদাকারের পঙ্কিড়িৰ ৰ দলঙ্কাৰি थांडूषांब्रा निर्द्विज्र शहैंटड cवर्ष बांग्र ? किछ छांशरक चरब्रब्र কিছুমাত্র প্রভেদ উপলব্ধি হয় মা ! কিল্লীতে পাচগাছি মাত্র তার ব্যবহৃত হয় । পাচতায়বিশিষ্ট কক্ষপীয় যে ৰে তাঙ্গ ৰেৰে शांडूनिहिंड ७ cष cव चtग्र जावक कब्राँग्र विषि जारह, देशत्र সেই সেই তারও সেই সেই খাণ্ডুঞ্জিণিত ও সেই সেই স্বরে आदक इहेका पात्रु । ऐशंइ आँकोप्न अप्णकाङ्गफ अर्थिक क्रुज, प्रङब्रां५ ईशप्ड नृहमादिर्शन गांभाछ नाथांछ कारणब्र अ९ कूनद्रग्नtन दाँजमि बाहेरठ नोरञ ५षर देहांब्र थांकांग्र अठिकूश बनिद्रा चब्र७ श्रठियूश्, किड अवगमधून । #है पtaब बांधनानि बिहाँ कछहनैौब्र छां★ । औई पंक्रौंe कणtध्tन ¢नभाछन . DDDHHHH DD HHH CS BBB DDBB BBBHD S . . .” विनकी कैच । ... . . . दिगरीब जाकथि आक्ररे किभीनमून, विनश्री भश cषांनौं छिपॉनेिब्र न शहैब्रटिष्ठणेखेिं बांद्र निनिर्दछ हद । शत्र বোল ও সেভায় এই দুই খমের মিশ্রণে " ●९गचि । cवाथ रं*, भरे रहा थांबूने:"ऐहाँ** খোপার খেলে ভাগ“এগ্ন খণ্ড স্ট্রী","ণ্ড