পাতা:বিশ্বকোষ দশম খণ্ড.djvu/৬৫৫

উইকিসংকলন থেকে
এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।

*डेिक .o. o . ५थांमकां★ जांबखब्रांथनंच किल्लौङ्ग भशांगछांद्र ७कङ्ग शहैइििहरणम । * श्रांकनांनबूझकरण ७है इन बूझब्र गङ्गधयाक्चि ८कथइनब्रtन भब्रिगनिउ श्रेशांश्णि । नाठिद्रांण, बशबणभूश, किन, भांड, ुभूझषजः, शनःि॥हि ७ बांश्न अङ्गडि श्iप्नङ्ग श्रीविश्वtषं জাগানযুদ্ধে বিশেষ সহায়তা কম্বিয়াছিলেন। ১৮৭৪-১৮৮৯ ईडेच नर्वांढ ७थाप्म जनांखांप्य मांझ१ इसिंच फेनहिङ इह । नरन नष्क बब्रा ७ वृङ्का श्रांविग्ना नद्यांव शरेश cश्रण। पूरुগ্রিহের জন্য পশ্চিম দেশের বাণিজ্য বন্ধ হইয়া যায়, তাহীতে Gवबोच्नप्लग्न कार्हब्र बाक्लो चर्षिक सांद्रि। फेर?, किस्त्र ८कोश्झै হইতে পেশাৰয় পর্যন্ত রেলপথৰিন্ধায়কালে জনেকে কাৰ্যা भाँहेब अग्नमांद्र हरेरठ कडक अब्रिजांण भीघ्र । दूकांबनीtनब्र जदावश्डि श्रृंरब्बई नग्नश्रिवद्र थांग कॉछे हा । हैहांरङ ग्रंश्चाप्राप्त अश्नरू शtनग्न जनरूहे वृौडूठ इह ।। ५षन गकौन्न ज्ञभाग পঞ্জীৰ প্রদেশ শক্তশালী হুইয়া উঠিতেছে। •छि (ड्डी) गब-हेन्। श्झनाणिक (क्लो”)। इणिज्र नैं श्छ। ९ श्रृंबिक। अबि जिब्रो सौन्, श्रृङ्गी । পঞ্জিক (স্ত্রী) পঞ্জি-স্বার্থে কন্‌ টাৰ্ণ। ১ তুলনালিক, ফুলার गरेछ, फूगाग्न रङ कात्ठि रहेट्न भाहेल अञ्चउ कब्रिग्न সইতে হয়। ই ব্যাখ্যানগ্রন্থ, টীকাবিশেষ। “টাকা নিরস্তরबाॉषा श्रशिक श्रृंमङत्रिक।” ( (इम5*) । शांशtफ निग्नलग्न बाiथा जांtइ, ठांशंद्र नाम औका ७द१ शांशtफ निग्नरुद्र পদ ভঞ্জন জাছে, তাহার নাম পঞ্জিকা । ৩ পাপিনীয় পুত্রइखिएडम । 8 डिथिबांब्रॉनि नषगनपूरू गबिरु । कनिष्ठ नॅबि । द९गtअब्र यथाम नबरछत्र निकः श्रेष्ठ नबिक শুনিতে হয়, ইহা শ্রবণে অশুভ বিদূরিত হয়। “বারে হরতি দুঃস্বপ্নং নক্ষত্ৰং পাপনাশনং ॥ তিথির্ভবতি গঙ্গায়া যোগঃ সাগরসঙ্গমঃ । করশং সৰ্ব্বতীর্থানি শ্রয়ন্তে দিনপঞ্জিকাঃ " (দৈৰঙ্গ ) দিনপঞ্জিকা শুনিলে বারফলে দুঃস্বপ্ন নাশ, মক্ষত্রে পাপনাশ, তিথিতে গঙ্গাতুলা ফল, যোগে সাগরগঙ্গমসদৃশ ও করণে সকল তীর্থ ফল হয়। জ্যোতিস্তস্বধৃত বরাহ বচনে লিখিত আছে, বার এবং নক্ষত্র ইছারা স্থাপ্ন ও পাপনাশক, তিথি আয়ুষ্করী, যোগ বুদ্ধিবৰ্ধক, চজ সৌভাগ্যপ্রদ ইত্যাদি, ৰাখার প্রতিদিন পঞ্জিকা শ্রবণ করেন, তাছাদের এই সকল क5 लाख श्झ te 1 ذهه ] ummmmmmmmmmmmmmmmmittee, नबिकांश उिषि, वांद्र, नचण, कमान ७ cतांनं अहछि क्चभिश्म ठिंब्रभविक ॥-भकांकांइनांदब्र पाँधभंगंम, cषं चकांदच cव मांप्गद्र cष क्रिष्णन्न दांब्र बाँभिषांद्र अंtषांथन शहै**, cगरे *कांश्चद्र जश्नरशाह गश्डि tनहे नकारभद्र कङ्कर्षथश्वं८षांनं कद्विद्रां उांशtङ निद्रनिषेिड बांनांक ७ cनदै मांtनं★ क्मि ग१५r ७द१ अडिग्निड इ३ cशांभ कब्रिह्मा ८ष भयाँडै शहैtष, खांशटक गाङ नेिन रब्रण कब्रिएन बांश अपनिडे षांकिएर, डांशष्टल पांध जांनी शाहेरश, ५क अशनिहै थॉकिरण ब्रविदाङ्ग, इरे जवनि8 थोकिtण *मिबांग्न हैठानि । भांनांक ३थ|

i © 接

i

هي 卷 ry 器

& g 排 पनि भकtशग्न छङ्कर्षींश्ल भूगीर न शश्र उधाण एा, फांश इहैरण भै उधारकग्न ग्रंब्रिदté » शब्रिह णहैrछ शह। जांघ्र cर *षांप्लग्न कङ्कर्षीर* छप्रांश मां श्, ८गरे भरूगएचब्र cकवण छांtजग्न ७ ७द९ जांधिtनब्र २ मांगांश पब्रिtऊ श्द्र ॥ ५ई ग्रं★मांद्र शनि मा भिाग, छांश शहैrफ • बांश क्tिण निष्कद्र विनिरद। ऐशग्न ७कौ फेनांश्ग्र१ (न७ब्र cशन। फेनाश्मण ११as *काश्च ७०६ळज कि दाब श्रेष, ऐश **नांश्न »१२० नकांश, हैरांब्र कठूषींश्न se•, मांगांश ७, निनांश ७० uदर अङिब्रिड १ dई नमूनांग्र cषांभ कब्रिह २९ww इहेल । हेशंtक १ निब्र इङ्ग१ कब्रिटन ४ अबलिडे षांएक, অতএব ইহা জানা গেল যে, ঐ দিন শুক্রবার হইবে। मtनग्न श्रणe uईप्रणं श्रँव । uहेत्रण दांब्र ग्रंथन कब्रिब्र তিথি গণনা করিতে হুইবে । এইমতে তিথিগণনা । *कां८कब्र ग११ाitक »> निद्रा छां★ कब्रिह षाही अव*ि* থাকিবে, তাহাকে ১১ দিন পূরণ করিতে হইবে। এই অঙ্কের जश्ठि निम्नलिथिष्ठ भागांश, निनग१९ा ५ीवर अकिब्रिड ७ ८षां★ করিয়া ৩• দিয়া ভাগ দিলে বাছ অবশিষ্ট থাকিবে, সেই जtश ८ष ठिषि श्ब्र, cगई निtन ८गई ऊिर्षि जॉनिरऊ श्रैष्व ।

  • “इश्चधनाभtक वांtब्र बक्रजः शाननाभनन् ।

द्धिषिबाबूकौ «याङ cषांtना दूकिविषईकः ॥ छव: करब्रांठि cनौछां★Tबश्नंक: राछशांज्ञकः । कङ्गोब्रख्रङ गर्फी पः थुप्पाडि क्रिम रित्न r s ( cबाॉडिसत्ववृडदछनt)

५हैछन् निद्राम कब्रिट्न ठिथि श्ब्रि शहैtरु । मांगांश सृशीं រ៉ែ 菲 针排队 নল গাত দিৱস মিলে তা হলে আগের eषप्य इहैtण • शान ७ cनtष रईtण • cषांण निरठ शह। দক্ষত্র-গণমা। তিধি গণনাস্থগারে সেই দিনের তিধি স্থির