পাতা:ভারতী ১৩১৮.djvu/৯৯৪

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शर्ष, गर्थब ज६षrां । به هم বা লেন “মা বিপদে অধৈর্ধ্য হয়োনা, द्धि१ाम ििन गमाम बtcषन मिा, बि्रटिश् পঞ্চলে তাকে ডেকো, অবিশুি কুল দেবেন” সঙ্গ ক্ষীণকণ্ঠে বলিল “একথা এখন কেন श्ठ छु भा’ ? . “कि छोनि ७थit.jन्न मcषा cशन cकमन বস্ত্রছে।” সাবিত্রী উঠিল । মায়ের পদতলে একটু रभिग्ना शृश्कांcर्षी थशन रूब्रिण । काणिभन উঠিয়া এক চোট খেলা করিয়া আসিয়া रुशिल “ििन कि था३ !” कोशिकाग्न ८५रु जस्त्रण इहे;ि 5ान श्रा°नांब्र जश५ वणिब्र ना थाहेब्र ভ্রাতার জs অতি ধক্ষে সতী বাধিয়া রাখিয়াছিল। tगहे फ्रांडेग क’ उiबिद्रl आनिब्रl ७क छून मांथांश्ब्रt चाँडt८क प्रिंज ! cहाँछे ধামিটি লইয়া খাইতে থাইতে কালিপদ बाहिब इहेब cशंण । जडौ भांडारक छिछांना कर्मिण*मl cडाबां★ cङटे ८५८ब्रह्इ ?” “मा ” “ईrl-cनtब्रtछ ! ॐ भूष शङ ধুয়ে কাপড় ছেড়ে আহ্লিক সায়। কিছু খাও।” छाश्रुतौ dीक दांब कछा ब्र थछि 5ाहिरणन, पृश्श८ब रुणिtणन “ब अभि ७भ ब्र कम कtब्र বচবোই, এ কঠিন প্রাণ সহজে বেরুবে না, *ि३ बांक्षश्ा गं, श्tणौ, ८ठtषझl cश्चन अनtश्ॉ८ब्र तु कि ७ मा १ ठामि मl (पंtण७ दै",८त । जडौ cनको काप्न ना कब्रि मश्रिtरू भूष नाङ घूहेब्रा कागज़ झाफ़ाहेब्र *:इtरू वगाहेब्र मिण । cछाठीभा *ाक्रद्र ६*## ईश्ब्रि निद्रां दकि८ऊ बकिएड नभौबाह्न "?? श्हेप्णम । जडौ छाब्रिहिण अाछ ** cग शब्र पूनिद्रा दाहिब रहेर मा ? '** माउांब जछ उांश भाब्रिण न, उtविण अग्नशूर्तीब्र मेनिब्र। శ్రీతీ १डभ१ छषप्लेकू७ जांद्रह ‘ठउंक4 भांडारक মরিতে দেওয়া হইবে মা । সাবিত্রীকে বলিল गांचि छूहे डेन्नमछ शब्र श्रां‘भ tई करने ডুব দিয়ে আসি ।” সাবিত্রী মৃন্ধস্বরে বলিল উকুন ধরিয়ে কি হবে ?” “হ্ধ জাল দেব।” বলিতে বলিতে একটা কলসী লইয়া সতী খিড়কী দ্বার খুলয় পুকুরে চলিল। ৰায় भूणिब्राई cनषिण ७क मर्फी निद्रा अरुश्वानं ভাজ করা কাগজ কে স্বারের বাহিবে বাধিয়t রাখিয়া গিয়াছে। এখান একখানা পত্রের মত দেখাইতেছে, কৌতুহলবশতঃ খুলিয়া লইয়। দেখিল পত্রই বটে। অপরিচিত ইস্তের অক্ষরে তাহারি নাম উপরে লেখা ब्रश्ब्रिां८ह ! विवtब्रङ्ग भांब गौमां त्रलिङ्गच করিল, তথাপি মাত পিপাসিত স্মরণ করিয়া *ज५ीनां हैंtप्लेम १it* खजिब्र! ब्रॉपेिड़ সে বাহির হইল। বাট আসি ভিঞ্জ। কাপড়েই ধন্টুকু জাল দিয়া অৰ্দ্ধেকটুকু बाउtब जछ ब्राषिब्रां अर६कष्ट्रकू भांठां८रू थां Gब्रों हेड ॥ छांश्रुतैौ दछ ठाँश्रृंख् िकब्रिह्लन्न শেষে কগুtল্প চক্ষে জল দেখিয়া অগত্য জঞ্জি একটু ঢালিয়া রাখিয়া দ্বন্ধটুকু গ্রহণ করিলেন । जउँो ७थन निक्ल युएब्रुइँ थोप्प्लेब्रु लिएक চলিল। পূৰ্ব্বদিনের উপবাসে শীর অভ্যন্ত জালা করিতেছিল । তাই সিক্ত বা ভ্যাগ कब्रिणनां । हेंtछैब्र की क इहे८७ *छथांना लहेद्रा थथम नtचाशन गt* कब्रिब्राहे उारांब्र মাথা ঘুরি গেল । শেষে মনেক গোয় झेष९ अङ्कडिङ् श्हेब्र श्रृङ्गथामा प्रक्लिब शहेण। श्रtजम्र cण५क नरब्रठमात्र छाझऊँी छमिमांत्र त्रद्रः, उांशद्र कबगाब वायौ । अङि रूम* खांबांद्र कनरी फैलाव कब्रिब्र गब निषिद्रांप्इं।