পাতা:সাহিত্য-সাধক-চরিতমালা তৃতীয় খণ্ড.djvu/৪২৭

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बाष्ञत्रजाल बिद्ध

  • शादशश ध्रुि करिषक । बर्षि ७ पण्ति भएड इश्क ध्रुि*** गाँउछ *** * निश्च स भूय * नशानौश नtब छपरवद्र क्लेिश, चांझैइ भtश्च निवृश् शि, शैश भtश भणtछन कि, कुछबtf गाड HHHBBB BBS ggg DHH DDD DCLL CtS BBBB BBS

चबून नव निरिदाह 4हे नकल जिब्रथा चरिकारनहे प्रद शदेशाrह ।। ४ष्टाकनेष्ठ भूभजबाबद्दा नtख* भग्निबाण ४ इझम विश्रण अष्टानि बtथांtर्थौनै भाrइ , क्षिक शिशृणशtव टशिष्ट आइ (काम जश्वषन मागे । विशांछि $िछैद्र काभव भरद्धज्ञ aईौम *श्विान शूे कड़िएक् । ४ञ्चा-प्लिाक्षािंश क्षश्-िरुग्न १८रुरुन् रिशाएश्इ भइर-भाल (श्वः श्छ; बश्नड g;श्इ श्रुश्श trरु बाहुल्य श्ठि श्शfश् ! शाईौम छ$ काँक्रॉलौक्षिtर्भग्न नtā अछानि (कॉलड़éम e ***थइ कॅछि थांts । किछ १भाश टाशाह (wा* श्रेश:इ अछात्रमा । ४धांश् ७१ ক * চিৰিং আৰু নানা একাংে তি श्हेदार्श् । अtभरु एक अष्टाश् ७०-१०-१० पागि नछ ििपाल श्इ; उँाशश्त्रि ऋच गढइझभ डि अष्टि छैमूर (काशकईमाग्नि मिश्य HH ttG SGGH DD HDD DDS DDDD DDH BBBB কোন প্ৰভdর গণি হয় না, তা লোৰুে তাৰায় এতি স্থা। अमाइ| ●कांनं कहिtष्टtइ* ! £है झtइ:१ थॉईौभ कttशश्न भि* KS KS BBDDDD DHEB BBBHH DBDS