পাতা:সাহিত্য পরিষৎ পত্রিকা (দশম ভাগ).pdf/৩০৯

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ब्रांख १ाळ (नॉर्थ ब्रप्र्श्वव्र 5|झिं छिछ । for 5 cyt, Sa eyr

  • * 5tव्यः कcिठ खमI ॥

YY Y DLD DL YYDD S १ब्रांश श्र्निांक त्राप्ख यूनिप्छ रिगांग ।

  • 关 কাংস করতাল বাজে রাবণের পুরি ।

Cማማ ፡– · কথা পাপ কৈলুম আমি, হেন পুত্র দিলুম ডালি, আর পুনি দেখা নি পাইনু।। cश्नकiण भगांत्रि, 5णि आदेश निर्भ कब्रि, नमून ब5न यूजia उlन। काइ वैकिब्राणी गांव, ब्रांत्र ब्राणी खात्रांग, অন্তকালে রাখিবা চারণে। "