পাতা:চণ্ডীদাসের পদাবলী.djvu/২৬৯

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गां७ख कडक डॉन मांम ছেরি স্বরতি দলের প্রাণ `जखि मनम kn *ोंछि बां१ রসিক নাগর শোভনে।

  • s । ब्रगांन-चांब, अभंब ब्रगबूङ । २० । कब्र ••णनृश् ! ১৩ । সাধি•• সাথে—মনের জানন্দে ।

جسسحصدقاء محمدحسينيسيه م 變 ●çዊ কামোদ । স্বল্প তন্ত্র ভাল মান जथल ब्रभवॆ कब्रड १iांन মগন হইয়া গাওয়ে বাওয়ে বরজ-রমণী ধনী ॥ कांकब्रि शांन धूनछ ऊांन ब्रब्रांब ठंभकि उॉन बांम মুরজ কেরি ভেরী বায় 馨 態 ঘূমি দৃমি ঘন বাজনি ॥ বীণা রেণু সব মণ্ডলী গায় পাখোয়াজ সব কি গতি বায় স্বন্দরী পিণাক মধুর গাওনি ॥ চণ্ডীদাস দেখি মগজ ভায় গোপীয় মণ্ডলী কি শোভা পায় अनिन्न वज्रिं cण ब्रह्णन्न श्रांश्च ফেরি ফেরি মগন চিত্ত विनषं विहल कॉभिनौ ॥ مسسبی= 0 سب سے শৰ কুওকাল-লীলা। षांनी । श्रांशंद्र नांगो . ७ इरे भयन जुन । প্রেমের সাগরি 26: Şe b{ g २६3 पब्रिग्नां बांगठी भ्रु ब्रि नेिकूध-बांकीtन क्रिस्ता ॥ ७ नष कूछद्र जांकांद्रश्चन 4. দেখিয়া নগররাজ । ७क श्रृंड मांग्रेौ कूलद्र जांकांब्र स्रांजिग्नी बिडाल बांश ॥ उl cनर्षि मामलग्न नचन खatत्रश्च চড়িয়া কুঞ্জর পরে। Şe ब्रांश श्रृंॉम डॉ३ চড়ল তাঁহাই बिहाँग्न कब्रहे ऊांrङ्ग ॥ कूझब्र कांमिनी रुद्रज-ड्रमबैो ফিরই ৰে কুঞ্জে কুঞ্জে। এই রস-কেলি काम कूहे जरन s¢ সকল কামনপুঞ্জে । চণ্ডীদাস দেখি छांमन्त्र-मर्णिन शृषग्न नांश्कि ७ब्र। मङ्ग न|१ी ८(Hzमत्र जहौं মনমথে হল ভোয় ॥ २७ -بیس-o-ایس-- (too ርዓዝ፪ ! দেখ দেখ অপরূপ । এ নব কুঞ্জর শোভিছে সুন্দর বড় আনন্সের কূপ । नेिकूड-उबरन বিলাসি সম্বনে जङ्ग्रेौ भशन खांडि । 6: भमब प्रद*ण हिम्नlब्र घांकzब्र ८एब्रिम्नां शयल ब्रांछि ॥ গমন মোহিত গোপিনী মেছিন্তে' • ८७जिम्न कूcaब्र बांन । & विकल क्लन शंमूल्ने थकूक ४० ಹfH# ## !! "