পাতা:বিশ্বকোষ পঞ্চদশ খণ্ড.djvu/৩৫

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মীনা डाकॅरिइ cष* अक्किीब्र क८८ । माबषाङ्ग-अरषलबानी इ६र्ष ५दर बादशकश गैमात्र१ बूगै, cयदाङ्ग, अदभूज ७ जांबऔरक्लब नॅीमा डबथाद छैौ हाcन ७द१ बबभूर्द्वौ भैौमांभ१ जाजबांब्र, जब५ज* बीमांडद छैौं इ:बाजाषिङ्गड cबनानभूश्ब्र भषादउँी इोहन यान कब्रिग्रा था।एक i थि८ब्राहौपानौ बोमाण८१म्न अवश्। ভাল নহে । • sि झाबैौनाभ* ४भबदांड़ांब्र •ार्कडा छभएण नाम क८छ । ५३ ८थने श्हे८७ हेयब दl cबद्ध नायक ७की भाषाछाडि ऍड्रठ रहेबारह ॥ ७३ ४श्वत्र *ाथ cमबवाफ़, ठेवबाड व ध्मरब्राङ नाम अनिक। गtइड cबक्रभुतंtङद्र नाम हरेप्ड हेशबा रेमब बांध अश्न कब्रिदाrह । cश्रहडू बब्रांठत्र१ शरैर्ग्बङ्गं इह८ङ बाबधी नवीड बिउँीर्ष आबादल्ली ८श्वगैश्च नाक्षडाপ্রদেশে জৰস্থান করিতেছে, মৈয় জাতির বাসভূমি ৰলিয়া ॐ हांनs cमब्रवांक नोरम थाांछ रहेब्रtरङ् । क्लिफाभैौबांत्र१ विब्रौद्र ८*य क्रॉइयांन-मयांtप्लेब्र छटैमक cनोट्स হইতে আপনাদের উৎপত্ত্বি কল্পনা করে । প্রবাদ এই যে, উক্ত চাহমানরাজের ভ্রাতুষ্পুত্র লাক্ষার অনিল ও অস্থপ নামে দুই পুত্র ছিল। ঐ পুরস্বয় তাছার রক্ষিত কোন মীনারমণীয় গর্ভজাত বলিয়া প্রকাশ পাওয়ায় তাহারা মনঃকষ্ট প্লপীড়িত रहेछ। ब्राबादागर्ने ब्रिडामुक आअगैरह आदिमा মাতুলবংশের সহিত মিলিত হন। অনিল জনৈক মীনাসর্দান্ত্রের এক কল্পায় পাণিগ্রহণ করেন। ইহঁদের চিন্তা (ৰ চিত্র) নামে এক পুত্র হয়। & পুত্র সমগ্র মৈরবাড়া প্রদেশের মীনাশক্তিপুঞ্জ করতলগত কল্পির ক্রমে একজন প্রধান সর্দার মধ্যে পরিগণিত হন। आअबैो८क्लग्न प्लेख्ब्र गौश्वाखदानौ फिोग्न व११५झण५ हेन्णाभধৰ্ম্মে দীক্ষাগ্ৰহণ করিয়াছিলেন । উক্ত বংশের ১৬শ পুরুষ अथएन झूषा मांसेन थः कङ्क च्षांध औएक्लब्र हॉकिम निदूङ इन । चधून-नश्नरग्न ठtशब्र यानाव श्णि । uहेजछ उंख् ৰংশীয় মৈরাত সৰ্গারগণ কালে "জগুনের খানূ নামে প্রসিদ্ধি লাভ করেন। অধুন, চঙ্গ, কৰু ও রাজোলি নামক নগর5डूडेड ४षब्रजाडिद्र अषिङ्गठ श्गि । । जश्नe अlछाब्र छfब्र ७क मैौनात्रमौएक विवाई क८ब्र । ইহঁদের স্বাক্ষ নামে এক পুত্র হয়। বুরাড়ঃ জৈবাড়া ও মন্দির নামক স্বালে বুঝড়ের বংশধরগণ বাস কৰিছেছে। * थाणवाब्र ब्रां८थाब्र¢भर्शडि वा tबeत्र१ अथानड इंबिंबीबैौ। किरू नन्नईडिड* श्राई श्रृंकानब eनिक ।**ननमान ●यार्षाड-नंबळें ईशबा ग्रम ५भः चठाऽाब ७ ड*जय चाब्र §

    • ७dनं कां★* श्रैवाहिन। गtब डङीवब्र० बब्रि

, xv '* { తిరి } 尊 फ्रेमा Σε 2 ( ৰহি ) সিংহের জৰিষ্কার কালে ইহা বিশেষরূপে স্বশাস্তি रुद । छैशब॥ ३शबई जषिकड आमनबूर ऋज ऋज गल्ली७ ৰিভক্ত কম্বিয়া শার্লনস্থল স্থাপনের স্বৰ্যৰস্থ কৰিয়ছিলেন। भ४०१ देिडेप्च रेशम्न आगराम्रै ऋजाब कडक७णि शन লুণ্ঠনপূর্বক আলাইমা নেয়। ইংরাজাধিকৃত ফিরোজপুর ও ভৱিষ্কটৰ স্থানেও ইহা অত্যাগ ও উপত্রৰ কৰিভে इ♚ङ रज नाहे । श्ब्रांजप्नमा बारक्षे हैंशबिभट्क ड कटब्र “यव९ कठकसगिएक कोनि कार्य शृणाश्व्रा cन । . वर्द्धप्रॉन गवदग्न भूमणबामषिcणब्र गश्वाव भागिब्रा श्शब्र অনেকেই মুসলমানী মামের মকুফয়ণ করিয়াছে। হোলি, अञाडेभै, जलश्ब्र ७ cनबानौं यसृडि श्न्नूि ख९नप्वत्र जहिज्र हे शब्ला भश्ब्रभ, हेन, नविदब्राङ ७थङ्कठि यूनणमtन खे९गएशन्त्र पभए5ान कब्रिब्र षांधक । जमांवछांद्र नेिम ऐशंद्र ८कांन कांर्षी करब्र मा । ८कवण माग्न टेडब्रदर्थौ द इन्हाप्नब्र गूजा कब्रिह थाप्रु। धूजनभान ८मसग्न भाषा अधिकांश्भहे “कगंम' °ा% कक्लिएपिछ छोप्न न1 । হিন্দু মেওগণ বিৰাহঙ্কালে ব্রাহ্মণ নিযুক্ত করে। ব্রাহ্মণেই লগ্নপত্র ( পীলিচিট্ট ) লিখিয়া দেয়। বিৰাছের পণ হুই শত টাকা। মুসলমামদিগের মধ্যেও ব্রাহ্মণে লগ্নপত্র লিখির मियांद्र निब्रभ जां८इं, किरू विवाहकांtण कांबैौ अiजिब्रां भशপাঠপূর্বক কাৰ্য্য সমাধা করে। স্বৰূচ্ছেদকশ্বে গ্রামস্থ নাপিত ও ফকির উপস্থিত থাকে। ইহায় আপনাপন পাল भ८था दिसांश् क८ब्र म1 । भांकृcभंfएकe विश्वtइ मिबिक, किरू 5ाग्नि शूझग्रु दान मिङ्गा दियांश् कब्रियान्न ब्रेोऊि श्रांराश् । हेहां८मब्र श्रद्ध छिलक द्वाइ१ कद्रिबांद्र *ब्र अब्रभू८ङ्गब्र भङ्ब्रारजङ्ग अखिप्दककोर्थ गणल्ल श्हेब्र थाप्रु । हेशब्र अब्रथुप्बन्न चखःश्रू:झ येश्र्न्नौ॥ कृीर्थ; श:झ । 'भङ्गं छिद्म चद्विङ्गि-भैौनদিগের সহিত জয়পুরৱালী মীনাজাতির কোন সংশ্রৰ নাই । ৰৰ্তমান সময়ে ছিন্দু মীনাগণ মেও ও মীন নামে এবং মুসলমান সাম্প্রদায়িক মীনাগণ মেবাতি নামে সাধারণে পরিहिङ । दूङeथ८नलबांनैौ मैंनांनिध्भग्न मtश क्रियमखी माटझ् ८ष्, ब्रiध1 थंitबखिन्न ध्रं *य शिश्नीध्र शंभनं शfoब्र1 षत्र ग्रंथा श्र७ ईश्ध्नौ श्राणैौ शब्रिब्रां जारम, किस पठांहांटमब्र ब९ण इहैौटक बन बtशहे शफिबl cमत्र । निष्ठा ब९णब्रश्छि। श्राडौब्र करडे भनs*ीक्लिफ इसे ब्रां शूझक्ब्रटक मितिानिङ कtछन । छन्द्रt५] ७ग अम दाबूनtनcन (गंज विभूमtब्र मथाबर्ड इंi८म ) यांझेब्रा अंशवृद्धि बाब्रा अङ्कड अर्थ छ*ार्थन क८ब ।। ७हे शूब ५माथ्वंन পূর্বক প্রত্যযুগু হইয়া পরিশেষে পিস্তৃসিংহাসন প্রাপ্ত হয়। ऋर्ष पारौँ भइड्डखि रूब्रिब! अब१कोश दिन्यूँथएश्लग्न अखि लाहाब्र