বিষয়বস্তুতে চলুন

পাতা:প্রবাসী (ঊনত্রিংশ ভাগ, প্রথম খণ্ড).djvu/৮৪৭

উইকিসংকলন থেকে
এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।

匈怀帆] বিবিধ প্রসঙ্গ-বঙ্গে প্রাথমিক শিক্ষা $4t. ए’ हे शश षनाशश स्न शरेऊ १ठि। रात्र १रु घर्शा बु९शी ३७,५१९ छ। कि গ্রেগামীর আমলে ওভার গরে দ্বারাসের গ্রাশ সতী ব্রিটিশ সাম্রান্ধে যুক্ত ইয়াছে, তাং গ্রামঞ্জ रश्न ब्रांक्ष श्रेष्ठ श्रेक्षांहू। ¢र्शन8 राक् गईौरु प्रक्लिश्नं ब्लॉक्ष् राक्ष: सर्शितू १त श। धनु प्लांक्षश् कृषि शि ि¢रुशंज राक् ऐर१ १: तद বাংলা দেশকে বধিতে দেওয়া ইত তাং েৈল ষ্ট্রে চরি কোটি টাকা ইন্তে গ্রামিক শিক্ষার বা स् िक्षे फूि प्रेस् शष्।ि ड़ि राज দেশকে তাহাও দেওয়া না। বাঙালীকে স্বস্তু বল ও জ্ঞানী কবির নির্মিন্ত্র বঙ্গের शष्ठ शी शस् िन श्आः राष्ठानौ अिशै७ क्?ि थाइ, भक्इि हे शि| ।ि छारेरा ुग्ने रुद्र श्रेशाइ, (, शंख्नौ १३ प्लाङ्ग (ल्या বলি বা নে? পাঠশাল স্থাপিত স্থা নাই। शृ१8***ांज (१ यूशिद्ध झ माई, छांश गण; क्छुि ठशं; कॉन ट्रांसtरा थष्ठर नtश् ! एशन क;" {ता गांशैल क्षितःि षट्रिं रतःि रहितः १ा। षीद्७ ।े) स्रं शन १ि:छ् श्रेः, (কোম্পানী আমলে প্রথম যুগে বার প্রতি শাজার शशाह झछ शउeनि १**निश्लि,५१न उछ नरें। घाइdरेछ। पंक्ष्म ऋक् १९ण प्लेज् क्रि छूिठिन शीरौ श्अ,ि मल्लका रांशंश रगिाउइन, ড়ো শিক্ষাটা দাও, আমরা বাস্তু করিড়েছি। বার शुझे ब्राक्ष वांशी झ रगिा षांश विकी क्छ नृञ्ज ট্যাক্স বাবার গ্রস্তাবে কখনও সম্মত ই নাই, এখনও रेशाए थाशक श्ठ नरे। क्ढ़ि रशैः राराशरू সম্ভার অনেক নিৰ্বাচিত সভাও অতিরিক্তটা বাইবার গ্র্যাবে সাড় ইয়াছিলেন ীি গায়ক্ট এই উপায় প্রাপ্ত সমন্ত টাকা দেশের প্রতিনিধিদের আমেডি ॐकांतून यशशिक शिक्रः राष्ट्र कठि गाउ छ्न। तिरु गङ्गकांग्ल राशिम्लप्त देझ (गळूर्ण ना। ऍशंक रास शिरसा,ि शिक्षा, ििसूर्य रा नि,ि १ü/एस्.ििन्, अस् ि१शंगांश बिा शंस् स्थिाइन। घििरु ]ङ्ग झोस् প্রাপ্ত টাকার ব্যাও এই নীড়ি জমান করিড়ে চান। उशन अंश५९ शिांझ्। तéशन शारश्शक अछान प्रांशुंसांद्र शारश्शंस मज्जां ¢शश्रुि क्षिक লি সংশোন ও গরিবর্জন করিবার ভার একটি দিলেক্ট কমিটির উপর দেওয়া হয়। এই কমিটির সাভার অনেক रिई रुग्न। रिड़ रईशन रारशभरु गडा গারক্ট জেনিউক্তি মিছিল, তা পূর্লোক लिढ़े रुशिीघ्रं इज़ गएकांश्छि तिल नाई; मृद्गतान निक्क ऐक्शिित षश्न ५क नृऊ रित (नि रुग्निशितै। शशाङ गरन रिहा क्षांश क्षण iतनtफेंद्र शाछ ब्रांशं हरेशांझ, (क्यौः क्षिकांकर्शिी লো পার্ল লি গার্ল দি পালে। श्ऊी शेश घांकरीज़ रिशः नाई, (, रारशंभरु गठां; थऽिdरे उझिना थार्थना श्लषट्स" मात?ौ नृण्म तिौि षाराः नि सूत्र तिितके नििौ श्रु (क्षा ईशाह। शशक्तिरे श्रेःाझ्। क्ङ् िकशिी गडा. ग्रश्नर (रनै झोछ। ११ श्षेत्र, श्रृंशगा शछि ढ़ांश्च हनि उश गरु९ नैष कांव है:छ श्रांत्रि। मूहकॉौतिगीन तिष्ठतिउ घालकन रुद्गिरां★ dशन কোন গ্রয়োজন নাই। কেবল মূৰ্বসাধারণা এখন বল ऐख्,ि निजढ़े रुशिी इज़ ऐशं त् िउiर अतिर्किंठ ३१] करे। 議 আমাদের বিবেচনা কেন্দ্রীয় শিক্ষাকটিকে কেবল श्रृङ्ख्याश्र्म तििः रुीि गा १ि सू१हेकाणििहे গ্রাধিক শিক্ষা কর্তৃপক্ষ কী কর্ম্য। এই কটিতে विकशिा घल्छि (ताइकॉन्नैौ गाउाह भू१||शृङ्गकॉौ ४ সরকারের মনোনীত সাড়ার সংখ্যা অপেক্ষ বেণী ৪া छेळि। १ीतःि *िशर इह नृपन लैङ्गि रतःि ¢षार षांशाः शठ नरे। छां★उरली राजे দেশকে তাহার রাজস্ব বাকি চার কোটি টাকা क्षिाहेनि; छह श्लझे कांश्च निर। शंशं इऐर, • किंगड़े कशिी नृिञ?ाङ्ग क्रांशौ श्न, ७शहरेन घहेत्रdरे रुश शंकरे,t, dरे प्लेगीत छ कि चाँगा क्षेत्र, राज१ उछोरु (१घश्उः ११ शक्