পাতা:প্রবাসী (দ্বাত্রিংশ ভাগ, প্রথম খণ্ড).djvu/৮৫৫

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هي _ "खोश्रण७ ख यर्का, काज ढ्छ ।” "इदे नििरब ५कनि८नन्छ रिब चानिन्। धूव उ ज्वर কাজের মেয়ে, পিলীম্বাকে চাটি খেতে স্থৎ দিতে পারিস নি। বাবার সময় এত করে বলে গেলাম।” ঐজিলা বসিয়া বলিয়াই বলিল, “এইয়ে, একেৰায়ে फूरण cभश्।ि ब्राश्नीब्र अकबाब थप्न कुरण किङ्ग कि चांब्र बटन शांकूरज cषब्र ? चांवि न-इब्र ७ऋनि शबिह ।” बैौणीं बजिण, *षांख्, ८ठां८क चांब्र cष८ऊ इ८ब न, चांबिहे दांऋि कां★फटछां★फ cइ८फ़ ।” ঐজিলা লুকাইয়া নিষ্কৃতির নিঃশ্বাস ফেলিল। কলিকাতায় ফিরিয়া অবধি পারতপক্ষে মায়ের কাছে সে ৰেৰে না। হেমবালাও তাহাকে বড়-একটা কাছে তাকেন না । देश८ख यzन भ८ब cन भूकैरे इब । cश्धवांण कलिकांठांब्र चांगांब्र यूरब छैiशांब्र बँौबटन ७दांब्र षांश बझ्न कब्रिब्रl জানিয়াছেন ৰছ চেষ্টা করিয়াও সে মহা-পরিবর্তনকে নিজের মনের মধ্যে সে গ্রহণ করিতে পারে নাই, মাকে দূরে দূরে রাখিয়া সেই সংশয়াকুল অবস্থাটার বিরুদ্ধে নীয়ৰে ८न विरजाए जानांब । येष्ट्रकू विट्जांश् खांशब्र वडांप्यब्र नटक हिण यहूब, किङ cनप्लेडूबe aथ८बाजन इहेज न, निरङ चणब्रांथ कब्रिब्रां८छ्न देश पनि निकब्र कब्रिब्रॉ cन যুৰিতে পারিত। মায়েরই নিকট হইতে উত্তরাধিকারস্বত্ৰেপাওয়া তাহার স্বভাবের কঠোর ভাল্পনিষ্ঠা তাহার সমস্ত সংশয়-বেদনাকে তাহা হইলে মুহূর্তে আড়াল করিয়া *ाफ़ॉहेख । cश्यबाणांब्रहे धड निदबब बिट्वकबूकि निम्ना बाछारे कब्रिब छिब्रकांण cन शृषिदौब्र बिछांद्र रूब्रिज, যেখানে শাস্তি পাওনা সেখানে শাস্তিৰিধান করিতে cकांनe नेिनहे cन कूडैिड एहेड ना । किङ ङांहांच्च चङां८य निजां नटब्रखनांब्रांड८नंब्र चखां८दब्र फेनकब्रशंe दफ़ कष हिन না । পিতার নিকট হইতে একটি জিনিষ সে অত্যন্ত বেশী कब्रिध्ना नादेब्रांछ्जि । पठांश। गर्विज नभख धबन्हांध्र बडा छ। जब्रांजब्रेि बिछांब्रदूख्रिशैन ७कथब्रटर्षञ्च जणांछब्रखि । जङ] बांह खांश cव ●यंकगं* नॉरेंज न, नौब्रबखांब्र जाफ़ांन जांशां८क ●यंवर्षश्नांब्र षड इहेब्बां विद्विद्वा ब्रहिल, ७बछ कांशद्दक cन cनांबैौ कब्रिटव छांविब नोहेल ब्र, किरू डांइॉब्र जबख धन डिङ हरेद्वा ब्रहिन ॥ S5pభిi> वैौन कनक शकिरउ छरेवाब कब्र इक्रिण बैबिणां७ डांइॉब्र चह्नङ्ग१ कब्रिण । लांऍौ जांघ श्रृंॉछै कबिंबां चांजयांग्रैौ८छ ऐ*ांदेहां ब्रांषेिटप्ड ब्रांषेिट्रड बैौजों बजिण, “জাজ একজন নূতন লোকের সঙ্গে আলাপ হ’ল।” पठाशांच्च विहांनाब्र बकथां८ख चांषटलांबी हदेबां बनिद्या ॐखिला कहिल, “८क *

  • चजम्न ब्रांज़ * -লে আবার কে ?” “ঐ ৰে কাগজে লেখেন, গানও খুব ভাল করেন শুনেছি ।”
  • ছাপার অক্ষরে নামটা দেখেছি মনে হচ্ছে বটে, ८जषां दनिe नफिनि ७कछैie । गांन ८६ तनिनि डा জোর ক’রেই বলতে পারি।”

“নিশ্চয় পড়েছিল, তোর মনে থাকে না। ভারতবর্ষে বাঙালীরাই চিরকাল সবচেয়ে লড়িয়ে জাত, এসম্বন্ধে এর একটা লেখা পড়ে আমরা খুব ছেলেছিলাম, মনে নেই?"

  • ও, ধ্যা, মনে আছে বটে। খুব কি বীরপুরুষের মত দেখতে ?”

“ঠিক উটে, তালপাতার সেপাই, তার উপর আবার ভাজা মাছটিও উন্টে খেতে জানেন না।” "ड] सङ्गकध छ्क्क ।” *ङ्कहे उ कडहे बांनिन । कछैो माछ्ष८क cम८षहिन ? cqकर्णिन चाच्च नः (*

  • कि ह८ब ?” “মজয়বাবুকে দেখৰি ।” ঐজিলা একটু হাসিল, কছিল, “তোমার বর্ণনা শুনে ত মনে হচ্ছে না খুব বেশী দেখবার মত।”

बैौली ५कथांनि ८कैंiछांटूनां छाकांदे *ाएँौ चांजना इऎ८ड श्राफ़िब्रा जईब्र! *ब्रिटड श्रृंब्रिटड बलिन, *बांह, cनषबांब्र भड चांबांब्र कि, छूटö क्खि चां८ङ्, न सफ चां८छ् ? ड८ब बाब्रि भजांब्र किङ, ८डांच्च किङांण लांशं८व ८वर्षिण **

  • बाबाब छांण-फेोटणः कफे८क णां८नं न बांधू,” वणिबां ঐজিলা গা-ষোড়ামুক্তি দিয়া উঠিয়া পড়িল।

दौनों जैiशांब वह इदे८ख छजिब cनं८ण छिट्टैइक बहेथाबिएक दानि८ण छाना ब्रिा ब्राविद्या ८श्यवाणास फेछैदा