পাতা:প্রবাসী (দ্বাত্রিংশ ভাগ, প্রথম খণ্ড).djvu/৮৫৭

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/ ૧૧ रङांद्रशृङ्ग चांद्रण निंबाँदेहां ज्ञब्रजांब्र जिंकण छैiबिब्बां निब्रां জান্তে বৰীকেশের মহলে জাসিয়া ঢুকিলেন। झयौट्रकल नफिञ्च बनिद्रां ८छांथं इदे८ङ छनषां नांबाईहा ७क देउखडः कब्रिब कहिष्णन, “नzब्रन छिf} লিখেছে ?” হেমবালা অক্ষুটম্বরে কছিলেন, “ছা।” “cकबन चांद्रह ” “जॉनि मा ।” হৃষীকেশ জাৰায় একটু নড়িয়া বসিলেন। ८ङ्षबाजांब्र ५षांब्रकांब्र कनिकांठा चांना? cष धूब স্বাভাবিক কারণে ঘটে নাই হৃষীকেশ গোড়াগুড়িই তাহা বুৰিতে পারিয়াছিলেন, হেমৰালার ধরণধারণ দেখিয়া ७ठछ्शब्रिeि किडू किडू डिनि चश्मान कब्रिहॉझिरनन, किरू সমস্ত অবস্থাটা বেশ পরিষ্কারভাৰে বুঝিবার স্থযোগ ऊंशब्र इच्न नारे । cश्यबाजा नूकाहेटउद्दे फ्रांश्८ि७ इन बूकिरङ गाब्रिब्रा निट्ज डिनि किइहे जॉनिटङ छांद्रश्न नारे। किस्त्र वज्रो बूब्रिट्जिन फाइएउद्दे उभिनौटक धूब ८बने चायश् गझ्कांदब्र च्षछार्षमा कब्रिब्र ज३८ष्ठe তাহার ৰাধিতেছিল, এবং এজন্ত ৰতবেশী বেদন श्राद्देह७ष्ट्जिन उच्चारुले निर्लएक जरेछ। डिनि नकटजद्र হইতে দূরে থাকিতে চাহিতেছিলেন। হেমৰালা নিজে छैशिब्रि घटत्व न जांजिटल बांडांछणिनैौ८छ कठेि९ णांकां९ * इक्वेड । चदछ यज्रिनिन यंखां८ड cङ्षदांणा इनिब्राय একবার করিয়া তাহাঁকে প্রণাম করিতে ও উiহার সংবাদ लईटङ चानिzरून, डर्षन किङ्गुक्र* कब्रिब्रां नैौब्रटब छैांशांब्र *ां८ब्रब्र कांइ८िङ बनिब्बा षांकिब्र शाहेखन, शशेौटकानब्र পড়াশোনায় তাহাতে কিছুমাত্র ব্যাঘাত হইত না। জাজ निद्रबहे नैौब्रवडा ठच रूब्रिड्रा ७कषानि कांनिब डिनि कश्ट्जिन, “नरन्त्रब गय-किकृ८उद्दे जेब्रकय । cकोइन विश्रङ्ग गं कट्ब्र ना ॥ ८खटनसन ८ष चनब्रांश क८ब्र रङl cधांtüहे नद्य, चटछ च्मनभ्रांष निष्ठ श्रोहब uरे जहब कषार्क किडूटङ उे श्रीशंश्च षीद्दश्ा ना ॥* cश्भबांजा ८कांनe कथा कहिष्णन न, रुशैzकनe किहूक्न नौब्रत्क्रे cबशंदनउ बृरिउ छैशाक cथिएउ जानिर्णन । उनिनौ हऐरणe cश्यबाण छैiइब्र कछा झनैौद्रा, खैरांच्च निtजब वहन ७षन वांटtब्र थांब्र कांहांकांज़िं. ८इबदांजांब्र वइन छब्रिटनब्र ८वनौ हऎव मी । निखांब्र वृङ्काव्र गब्र कनाप्न्नप्ररे ऐशहक खिनि जांनन कब्रिबहिरणन। छांश झांज़ा गङादॆ cएषदांणांटक ८षषि८ण $छिणांब्र भी बटन हरेड मा । वैछिणांब्र निनि बजिब्राहै লোকে ভুল করিত। কানের কাছটিতে একদিকে ছু-একটি कूण शाक थब्राम छिद्र विश्रृंड cयौवन छैशंब्र cनझ् श्रेष्ठ cयौवनचैव्र चांब्र-किडूहे ज३बा बाहे८ड शाहब नाहे । छैiशब्र निष्क छांश्ब्रिां गझ्ट्जरे झशैौएकल भाकथानकांब्र क८ब्रकü द९नटब्रब्र बाबषांनटक फूजिब्रा বাইতে লাগিলেন। বাৎসল্যরসে অভিষিক্ত স্বযুদ্ধ चर्डौ८ठब्र यद्दनकखनि निन ह*ां९ बाब जांबांब्र ऋष्ठिनtष छिछ कब्रिब्बा चांनिद्रां ऊँiशब्र छ्रे ८ळाष८क बांब्रचांब्र चर्थनिख कब्रिञ्च निहरू लांत्रिण । निळखाक जचब्रण कब्रिब्बा जहेब्रां कश्ळिणन, “cङांयांब्र वि८ब्रब्र दर्जग्न একবার বাপ-মাকে না ব’লেই তোমাকে নিতে এলে হাজির। আমি বললাম, ‘তুমি হেমকে নিতে এলেছ, करें, cडांधांब्र भी-बाब छ cग-विषtब किडू ८णtथननि ।' बणtण, ‘बांधि ॐ८मब्र बन जानि, बर्फे बाएँौ cनं८ण छैॉब्रा भूव धूलौरे श्रबन ' चावि दणणांव, ‘ङ्कबि cशनषाश्य, बूवह न, cश्यहरू cनदांब्र यखांबन्नै छैizबब्र कोइ cषकहे चांग। शब्रकांब्र ' cन किङ्कटङहे बूकण मा, ब्रांनं क'tब्र नখেয়েজেয়েই চলে গেল। তারপর জামার বাড়ী আর বড় একটা সে আসেনি।” cश्यदांणां नख्यखएक खक हऎब्रां ब्रहिष्णन । शबैौकञe ऐशब्र *ब्र चकबां९ अकनषञ्च पूब्रिह्मा बनिदा कि ७कफै। লেখার কাজে মনোনিবেশ করিলেন। বীণা জাসিয়া ভাকিল, “পিসীম, খাৰে না?” “न, चाबि गिरेथाइनरे नानांद्र काटइ अर्को वनश्।ि श्रमिब्राब षांसब्रां इटब निtब्र षांकरण खां८क खरेcब विट्ठ জায়াৰে ৰলগে যা। ৰিছানা করাই আছে।” “তা ত বলব, কিন্তু তুমি খাৰে না কেন ?" “चिरब ८नहे भt छूहे व ” बैौ*ी जडाखई बिबिख हऎण, किरू निख ७ष९ निकृषगांब्र बूथब बिरक छांश्बि चांब्र-किइ वणिरङ डांशांब्र