পাতা:বঙ্গদর্শন-অষ্টম খণ্ড.djvu/২০৮

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শোক পাইয়া স্বৈর্থ্যলাভ করিয়াছে -- इं6ड जूबरू एफ्न रूछक **क्ब्रि, कडक