পাতা:বিশ্বকোষ অষ্টম খণ্ড.djvu/৩২৩

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tRIlUTH शरेझहिरणन, डांराइड छत्रवन् िदखांरबद्र चख्निद्र कृनिच् श्रेव्रा नखम विषरन अमरबाइ भर्ड श्रे८उ वितिर्णङ श्देहणन। भकांट्जद्र अcनक देनङानणन ७ भूिहहैङ्ग नांणन थव९ जन्न बब्रट्नहे ८षांनंइ हरेब्रां विषब८डांभ `श्रृंद्विफानं क८ब्रन । डिनि गर्रुनारे षषिकूभांद्रण८१ cषडिङ रुश्द्र! cषाभनांषन कब्रिtछन । ७क णमब्र फिनि ग१गांब्रगण *ब्रिडrtनं कब्रिबाब्र श्झांब वश्काण ग८ब्रांवब्र गणिप्न छूवित्र थांकन । फिरु षषिकूषांtब्रब्रां ¢कहरे गtब्रांदब्रटीब्र नब्रिङrांभ कब्रिtणन ना, उँाश्ाङ्ग अ८न्चाङ्ग झुश्प्णिम । छैइन्निएक झणमा कब्रिवांब्र जङ नखां८णञ्च चन्वन्नैौ ब्रभमै जहेब्रा जण एहे८ड फेटैिtणन । cनहे ब्रभमैग्न गरिङ मध१iन ७ नृङागैौऊ आब्रख कब्रिtणन, किरु षबिकूमांtब्रङ्गां उषानि ॐांशएक गब्रिडाांश कब्रिtणन मा । উাহারা ভাবিলেন, দত্তাত্রের মহাপুরুষ, ৰোগিগণেরও त्रिङ्घडा, ८कांन झिब्रां८ङहे ॐांशांब्र मांगखि नाहे । इङग्ना१ मकृ१ॉन ७ ग्लौग८ण ॐांशरक cमांद न्wiर्णिtङ *ांtञ्च मां । शिनि ८षांशदि९ ७ cवागैश्वग्न, cषां★ौग्रांत भूडिकtभनांब्र ॐांशग्न छिड़ कग्निब्रां थां८कन । ugरू गमtछ जखांशtब्रव्र गरिङ cनयभt*छ cषांब्रडद्र पूरु इब्र। छांशष्ठ अश्tब्रब्राहे जब्बणांछ क८ग्न । बुश्→छिब्र पञांtनtनं cनप*१ मखांtजtब्रव्र भाथएभ श्रांगिब्रां यह eयकांtब्र ॐांशग्न छूट्टै ग**ानन कtब्रन । मद्धांtजtइब्र कषांश cमयण१ देनडानिश८क यूक श्रांश्लान करब्रन । किरु &मठाणt१ब्र zबण चञांझमt१ जैौऊ श्हेब्रां cनयनं* गशिष्याग्न छछ भांशांब्र मखांcबद्दइब्र भांथाम ऐ*हिड रहेtणन । नाटTब्रां७ ॐांशांत्रिभएक eqशम्न कब्रिtड कब्रिt७ cनषां८म ertव" कब्रिग । cनषिग, मशषण मखtरबग्न ७ ॐांशांब्र नंicच घ*८ङङ्ग वग्नगैब्रां गर्भंौ विब्रांज कब्रिtफरश्न । णकौब्र ब्र* cमधिग्रl &भङyभtनग्न cमांश् शऐण । टैशिग्नl cनवग*एक "ब्रिडTांनं कग्निब्रl cगरे ब्रमगैब्रङ्ग८क · , निविकांद्र हूनिद्रा गहेब यशांन कब्रिण । एषन नखारजङ्ग शञ्च कब्रिज cवक्न*८क वणिरणन, cगोडाशावtण cङामब्रा विषघैौ श्रै:ण । cश्लनां श्ल णश्रैौ 'ङि]१t१झ ग्रंथंiषतः। नब्रिछात्र कब्रिग्रां घtथांब्र खेटैिब्रॉ८इन, ऊषन निश्चकबरें फेरबिं★८क श्रृंब्रिडTांनं कञ्चिब्रां चम*इएक भांधघ्र कब्रिtवन । नछ|cबरजच्च कथांग्र ८७यां९नांश्डि दहेद्रt cनकन१ वडा**एक दिनांनं कविरलत्र ! लकौ● पछांशांtनब्र मांथ1 हरेरठ श्रृंग्लिश भएखांtब८ब्रब्र , नांचवर्डिं★ी हरेरणब ।। ब्रांज्ञा कार्डशैर्षiाथईन यथtव विष्कटकब्र वनदउँौं रहेब्र * श्रीबनन ओएन कदब्रन नहेि । cनtव प्रखांम्बद्भद्रका छेभrनर्ण

अश्वपूर्कीक निष्ट्रगान चाष्ब्राश्न कब्रिप्णन। चणर्क अिधकृडि - b'3

", үш. [ s३३ ] - فغانسة गडांथभांबिक#* जटनक धांजर्षि थॐ भद्धांटबध्यिह निकले cषांcभीभएनन लाख কম্বিয়াছিলেন। ( মার্ক পুং ১৫৪৯ জঃ) দেণ্ড দেখ। ] गडांtब८इङ्ग नांदव ७है कद्रषॉनि जर्षrांचश्तांश्च अंछणिछ जांtइ- - जडूडनेड, चक्षूडगैड, जख्गैड, cषांणनधि, द4यtवष, विचागेउ, चांभ्रगरिङ्कानप्नभ, कलांtबऋभांद्रण ७ नखcबtद्यांननिष९ । ५sफडिन्न भाखांरखब्रखज, भखां८जब्रछठिक, नखांtखइनफ़ेगा, मखारजग्रनरश्डि1, बखांरबब्रशषच eयं हखि उॉजिक अइ cबष बांद्र । ‘नखांtअब्रमशभूजांषणभा' नामरू गरइड भूखिकांद्र बसांप्बtब्रश शूजानि वर्षिष्ठ श्रेष्ठांtइ। ४जननिtभन्न निक8७ नखांप्जब शूजां नारेद्रा षाप्कन । निभषद्राकूsग्न झकिंठ लखttखब्रथांशंtद्मा १ गचtक चरमक कथं श्रांtइ। लद्धांरब्बग्न लदख्ठ-विषांशङ्कवर्णनायक ग१इङaइ-यcभंडा । नद्धांधलांमिक (झैौ ) नखज नयनांमर अंदणमणाश नखांअशांम-*न् । अडेम* विषान ननाखर्गउ विवांनननविप्नव। भडेनिन थकांब वावशन्न गप्नब्र भएषा नखायनानिक नकम, छाग्नित्यंकांग्न गांममां८गैरे नखाँeयत्रांमिक ननांर्षीड#ङ भtनग्न, cनग्न, नख ७ जनख ५३ क्रांद्रियंकांब्र गांनथांगैरे नार्डीयनॉमिक वजिब्रो कथिज्र इरेङ्गोtझ् ।

  • शिषाभगमार् वः श्रूमब्रांििभष्षष्ठि । नखां७धंनांमिक९ मांभ यावहांब्रन्न१ हि ड९ ॥* ( जांब्रभ) विनि गांम कब्रिग्रां शूनब्रांइ च्छांछब्रप्” अद१ कब्रिरङ हेष्इ कtब्रन, ॐांशांब्र मांभ नखांधणानिक थष९ देश बादशाब्र नtनब्र अख#ठ । देशांब्र विदङ्ग शैौब्रभिरणांनtग्र uरेज़? णिशिष्ठ पञांtइ । हांबङ्ग बच्छ eयंडि&ए eqकांश क्रtन कप्रिंष्ठ श्देtद । नॉम नच८क याँहाँ धङिथ"ङ हब्र, डांश्! अपष्ट निएड एरेtव ५थ९ पtए नख एऐश्रt८झ्, ठांश अ*ांश्ब्रण कéया मरर ।। 4शैठांच्च अंश्न मां द१८ण ७क गांममांtण नख बखरफ

लtपछांब्र नर कद१ण झछ मां । - छrांनं जछ गाँपsांब्र चव निवृखि हरेरणe अंशैज &श्५ न कश्चिtन जन-गूनडाँडाबूङ ७tरांइ चनांथ थछिtरडू नांडांब चर नब्रांद्र खे९गब्र एव । जगन्नू4 ब्रन नांन कब्रि ब्रा नूनरीब्र ८ष अरr१ऋ कtब्र, cनरै अदन गडांeवनांनिक शषशत्र नांtब विषrांच् । नच इदानदे हैनि aश्रण फब्रिtवन, ७ब्रन निकब्रच्ॉनू#क छझ्चरल गांठ छrां★ कब्रिtग ●ांशज चएषांश्ब्र दछ । किक थलिअप्इ बिबूष जानिtङ नाऋिण * चच चश्च न । बाजवकानरिडांब थरेब्रभ निषिङ जांtए, श्रङ्गिरांब अखिभाणtनइ णविष्कारण जांचीब्र अवानांन कविरख गtब्रिएष अवॉ९ वांशष्ठ लेखन ब्रह्न o