পাতা:ভারতী ১৩১৮.djvu/৭০৫

উইকিসংকলন থেকে
এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।

છ88° छांब्रडौ । श्रेब्रहिण, दिल्लीउ ३५बछ्रबङ्ग विविश्डि tनविका। ७को बूभत्रबानउनम्नाङ्ग श्रृंज्ञाक्लबलीन cगरेक्र" सौठ ७ बिबिङ इ३झहिल ! ७रे गोब्रेो अङ्ग श्रृंख मछिठ ७ चाइ अविहैउ हद्देब्र, ऐशब्राजद्देनछ আক্রমণ করেছিল। * * * ងៃ भश्लिा cनं८ष जबङ्गक इहेरज cननां*डि ॐ३णनमब्र जांtवtन बूडिणांस कtब । छांशद्र चांविर्डप्व भूणजयानोनछ जथिकङद्र छै९नाश्तूल ७ प्लेसबिछ হুইৰে ভাৰিয়া কাপ্তান ছডগমৃ তাছাকে পুনৰ্ব্বার वमौ रूब्रिरङ • •ब्रांयथf cमव । उनश्नांtब ७रे मात्रौ भून#ाब जरङ्गक श्ब चत्राणांझ cयब्रिड श्ब्र । हेरtब्रtखड्स लितिtब्र ७झेब्र° cजांब्रांब अltर्कङ्ग जांविर्डाक् छेनश्ठि बूकब ३ठिहरन जङ रिझबड़ब शप्लेन नgइ " हे९ब्रांज cननां★डि**७ डैIहtन ब्र अशैवइ नि*ांशैश्रृं५:क किक्लो छोजदानिएछन-विज्ञजिछि पछैमाि ठाशब्र बूडेलिइन । कडूर्ष उाश, s• भू$1।। "७एिक निwोशेक्tणङ्ग जदिबाइक११ छहाएका अशृङ्गानडtजन, छैiशॉरमब्र औछिद्र *iज, ॐiहांtषब्र विशltशृब बक्डिौम्न जा”न 8नकृन१ वर्षन जीब्र:व, जरवाक्क्tन जt”नांtनग्न नामब्रिक किंझ *बिठjां★ कबिtठ जात्रिण, दौब्रt३ङ्ग *क्विग्नरकक tऔइक्कड चढनच्ण बदन ७रूइएन ज्याकाः कब्रिtठ जात्रिण, छषन टैशिांडा पपाहूड श्रेtणन । यौठि*tब्रक्रिएनंद्र *३ङ्ग” अtषां★छिनर्णtन यूकrछब्रt१ ७ सूकkवत्र भबिष्ठ थाकि८ण७ छै९iरक्त्र जकाङ्ग अlकि6tस हद्देल। १डौड़ बिङ्गांtर्भ वर्षांछिक वकूडtt* कु:नए ई:¢र्ष, ॐtशtवब ¢कए ८कह चां★नltषá अश्नाक् िछेत्राiछिछ कहिब्रा निगाहौक्tिश्रृंद्र श्रृंब्रिड)ङ cन३ उ,गालाइ चङ्गानि। बाग ८कनिाiनिन। निणाशेरिब अंछि छै९kक्य भटौड़ गयाक्गब] بالاهلا ,"tRaة ७३ङ्गtन अकर्षिठ श्ल, ७वt cय कर्दूभकब्र जाप्नc१ ॐांशएक्ब्र चळूर्णङ अन***ब इनैडि ७ अबयांननांद्र ७क cनव शैन, cगरे कई*कइ वउि९ ॐाशtमब्र विब्रां* ७श्छtग गबिरु, श्रेण।" निगाशे डूकब्र ३उिशन थtउाक दत्र राजौन *ा? कब्रां कर्डश वाम रूहि &द९ बैंiहॉक्tि*ब्र रात्रौष्ट्र भूषtरूब्र *ां#ां★ांब जांtइ अरे नर्कीजश्चद्र हेउिशन अइषनि उशिष्ठ ब्रच न कब्रिप्ण गा?ात्राब tग चत्र शैत्र श्रेक चनाकारा छोइ पनि उ भाष्ट्रि । अिtइप्त छूविरूiद्र ब्रबनौरूitछद्र थिव्र इश९ ब्रांtवठाशगङ्ग जिtवदौ बशनग्न ॐiशंइ छोवsअप्ठa क्रिग्न दाश छेtझष कब्रिब्रltइन ठाइ छैकब्रि रुद्विग्न क्जिाय । “वत्र नाश्रिछाब cमर ब्रबनौरूrउब बौबtनब्र मूला९२ अठ हिल ? ठिfन अtन्न कवठांपूनltब्र (भई उड पषाभाषा गालन कब्रिड्रांtइज, cगरे ख* *ालtबहे जां*वांब अब**ङि ज*f१ क*ि* प्रिं★itइन । औदtग डिनि जtब्र ¢कfन कtsड़े कcāन जॉ३ ! छैIहtब्र चt=jक ●डिडjञांडी ८डशक दङ्गएक्एब्ल्य जानक अब्रिङ्गltहम : पक्रमtहिtछ छै[३(५३ इन अ:मक प्टेर्6 अरुहिङ । छैiहरनम्न काt१| नश्ठि उ९ङ्गड कitéIब टूलनta cरूfन यtग्रबन बाडे । fकड़ ७क वांछ वजनीहिtछाङ्ग यूछब्राः रत्र माछाइ cनक बtड नय3 जीवन ॐकृयांनtनक उंनाश्मन जषिक जjtइ कि म जानि न । ७३ ज५द्रल नङ्कांtनबू बकtणवङ्गg१ दशवांछ नृड़ांठि हरेंtदर्भ ग:नङ नाश् " वैबूढ ब्राrवतश्चद्र #िtषयी अहकéfद्र औषबछब्रड€ नरकि3ांकttग्न भू७{** बूषकtख थकान कब्रिाइन । जवt*tष,-नूलरूषानिग्न 4क♚ इणe ***** कश्चिtठ जावझा जवूtब्राष क#ि । उiशं ईरैtण९ देह नदीनांषाबt१छ जाइrखद्र कवीं जानिरङ *** !