পাতা:বিশ্বকোষ একবিংশ খণ্ড.djvu/৭৬২

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एलङ्गक्म शछ जtनथ आउभाक्नदरमत्र वांछणषिकलन निरिt छारेण उद्वैोकब्रकtबैौ यकृचिःcरूवणबषिबांगैौरवद्र यावहांcब्राहक्षले नब्रिप्रjtण खे९न्द्र कब्ल इह । * कलिकाछात्र गएक नूर्कक्ष जानारदद्र चाक्शिरावनाएकक अछ छ्वइदम अलनषंडलेि कङ eद* earबांश्चनैौद्र, अंदां वणिज्ज cनंब कहां बांइ मां ॥ ८कक्ज cद इक्ब्रकटनां९गघ्र जयांबिहे ७* नकल नtष बांडाबांड कदछ, खांद बरहे, शूलै ७ खेडद्रकन दहेरङ काझेल नाझे किण गर्दन éकृकि, चांगांव ७ कांशफ़ इक्वेरठ छ, ७षर कनिकांडा हऐड नूक वावह अछ cयबिछ जव१ बजांविe ५३ जणश८षरे ८अश्लेिख इदेष्टां षटिक । चüicब्रांबtक ७ ९च्ब्रव नम्बत्न गजक्श्रण अफ्रेिड धूनमा गश्त्त्वप्न क्रिक्ष ब्रि vaहें अनन्ष ●ांबांहिड कजिब्रां भaब६ कमिकांडlश्र नtथ cब्रण*८षं हेशबcवांथाrबाण चाप्इ कगिद्र, धूणनां प्रचत्रवननष्जनंख् पचत्र ●निद्र बएषा नर्कथषोम क्चन्न रहेब्रा शंफ़ाइब्रांप्इ । dरे ५णमानहब्र इदेcफ फेखइ बचि५ ७ शूकईक्रिरू बिखिन्न जगन्थ अनांब्रिष्ठ इश्त्राrइ । उडद्र भrष (चां#ारबांदीक, मधूबडी, cणाबाहे *tथं नद्यांब्र गएव गरङ्गेिडे) cकवण cष ठेखब्र बtणब्र जबjानि वांफांब्रांड करब्र डाशी नरह, औघ्रकांtण kवशंब्र नवीड वांदेब्र भाष्क । भूर्लभष ४च्द्रब बाहिब वाषब्रगख फेडौन श्ब्र झांक *वीख विकृङ ॥ ४३ गcष शूर्तिस्व ७ चानांप्यत्र जकांवि जायनानैौ ब्रतांनैौ इङ्ग uद१ पक्रि**षं cमांtतणग्रंथ नईीख जिब्रां८झ् । «qधांमकांद्र नकल नशैरे ८खांबांद्र छfüॉब्र जशैन ? यद१ cखांबांज्ञ छांश cषषिब्र ७षांप्न cमौक ध्णांsण कब्रिब्रां षांtरू। রেলপথে মাত লা-তীয়ৰী পোর্ট ক্যানিং ও ডায়মও হারবারে uद जॉर्टांtबांधैंक ७ खद्रदउँौब्रदर्सौं भूगनां ग*ढ बांeब्रां बांद्र । cष नरूण ८णांक बिसिद्ध cश्* इडेcङ यांनिब्रl ७षांtन छांदबांन ६ बांग्रैौषद्ध कaिrडtरू, फांक्षब्रां «qक ●कांब्र बन जवहjब्र महेि ; tsतः कबिर्षमां८ब्रज्ञ ब्रिtनtdों छान वांब cए, फांशtनब्र जबइ! জুমঃশই উন্নত হইতেছে। এখানকার অধিবাসিন্ধুৰ সাধারণতঃ একখানা ধৃতি ও একখানা চাদর এৰং কখনও কখনও একখানা পীয়ান পরিশ্ন থাকে। वाक्नान्नैौरवद्र बन्नखणि गांशत्रगटः इचन्नैो भू8द्र डनब्र अडि. $ত, বেড়া নল ও চেরা বাশের নিৰ্ম্মিত চালগুলি গোলপাক্স কি cझ्खाएलब्र श्रांठांच्च माधझांबिद्ध । ङिखि मैंis । चांगबांब लcaब्र भएषा नावांब्रणङt झहे ७क पांना फखांप्*ांब, ● cषक्,ि “चांद्र झहे uकछ काdiद्ध निघूक । चांड क्लबकरवब्र घब्रक्षनिरङ कथन७ পূৰ্ব্বোক্তৰূপ বেড়া, আর কখনও মুভিকাচ্ছাদিত ৰেড়া দেখিতে नाeष्ठा वांद्र । हेशप्नब घब्रखणि गांवांब्रभङs. झहे • डिन जक्षrर्ष विकख, इशबहे ७काँील ज्ञकनन्दांर्क क्षणित षष्क्रि । স্থলগ্নকা (*) কেঙ্গে গেদিন্তৰি ইণ্ডন, श्णप्रख्द्र (११) यनिक नाइच्खइच्छाच्य। জুলায়সেন (পুং) স্থাপুৰভেৰ। খোলখিনাr) शन्नग्नशक् ि(१९) बांबद्याच्च । ( उल्लिनाथ) श्नब्रॉब्रना ( *)) इचहर नाय चक्रनाः । प्रषज्ञ मांबलचक्रगा, इकब्रवम । एगईो (धी) इचक८गोवाक्शि९ और व शं अनखि चावचडि भनई हेखि श्रमकौ ।। ४ मार्द्रोटङष, आननांदगनन्नत्रां ॐी । (खङ्गख ) ९ खाएउन । (cवक्जैिौ) ० शब्रिज ? (*चछ" ) s विनूद्रइनजैौ । [ बिथूजश्नकै ८क्षं। ? ड cपनिबौविप्नव । उcज ऋथौमाथrनग्न क्रिषव विक्प्रण णिषिख जारह, गरचितडांरब देश णिथिछ इहेटौड८झ् । षषाबिषांटम इनान्नैौब्र नांकन कब्रिहण नकल जछिणांव निक इङ्ग । ७ङ्गब्र छेनrवन जकूणांरब्र षषांविषांरब आहे cगनिनैौब्र नूल कब्रिज्ञ बभूविविड मन्निक, मानडी ७वर छांठिनूण चाब्रां ८शम कब्रिtण वांनेनर गांउ श्ब्र uक देशप्ऊ बूकवाङि७ वाऽाण हरेब्रा थाहरू । जब व कब्रगेड ग्रण झुंझबिधिछ कब्जाि फाश संक्रा cशंम कब्रिाण लिङ्कक्नश्फि cणाक नकन cवांश्ऊि श्न । कर्नूव स कृङ्कबविविड वृशक्बषात्रा cशय कब्रिtण cनोखांशा, बिणांन ● मक्नविजशै। इहेrछ लांब्रां वांद्र । झन्णक७ ननिभूल काब्रा cशक् कब्रिाण क्श्ठौ वैणाउ ७ जश्न९ खडिड श्व । यैष७, ७{सनू, कर्नूढ ७ जसक्र वांज्ञा cशम कब्रिटन ब्रांश, अन्नब्र ७ इब्रबॉबैौ कनैडूङ रुद्र। भै ब्रन शक হোম করিলে দরিদ্রব্যক্তি রাজ্যলাত, একপলপ্রমাণ দ্বিমধু দ্বারা cशम कप्णि झुर्गभअबिडङग्नमित्र, झझिकारण उक्त्र छेणणञ्चजहगाएज जिमधू ७ क्रषिब्रारू शशमारन शब्रा cशन कविष्ण भद्रजाया ७ यशश्र्न बनैङ्कङ, गूषक्शृथक् इष, मधू, गषि ७ इछ शङ्ग ८शम कब्रिtण नजबाबू, शम, जांcब्रांशी ७ छषणमृषि गांड uक जन्थनः श५ ७ मधूचब्रिा cशम कब्रिtग मृड्राडब्र निवाब्रन, মধুমিঙ্গিত ধৰি দ্বারা হোম করিলে সৌভাগ্য ও ধনলাভ, কেবল ुa। एांश्ा।। ८शंष शब्रेिणि नििश्चाखणॆमं श्ा । झ्ननम्नलििख अक्रमाण भूखा कब्रिा cगरे चक्र भनाइ गन्त जन कब्रिएण प्रचन्नैौ ब्रबगै नॉषाकद्र मम फेब्दबाख करन। ॐ अचx मांनाङ्ग इहे णच बन कब्रिtण नाडांगङणषांनिमैौ नां★कडांशन उषात्र फेनश्फि इहेझlicनहे गावकररू लेनृचाख रूब्रिtङcाई करन। गांधक छांशष्ठ उन्बाढ न इश्क श्रृंनब्रांब चाब ७कणक्र जग कब्रिहण cववकछांन१ उषाद्रः जानिन्ना छेभहिक हन, अवर8cनरकछांणण cनई नाशकटरू मांमा अकब्र:जीव विजांगथाँमा केड़ाख कब्रिाङ८कडेों कtब, गांषक रूपमकवान श्निं हरेत ५नब्रांशः जाज्ञ